जबलपुरमध्य प्रदेश

जिले का नाम किया रोशन : मंडला के प्रखर चतुर्वेदी का न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में चयन

मंडला l प्रखर चतुर्वेदी जो कि प्रवीण चतुर्वेदी व श्रृद्धा चतुर्वेदी के सुपुत्र है ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। प्रखर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा महार्षि विद्या मंदिर मंडला से पूरी की। इसके बाद 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने सेंट अलॉयसियस स्कूल जबलपुर से की। प्रखर ने सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) तमिलनाडु से किया जहां उन्होंने 9.4 सीजीपीए के साथ अपनी डिग्री पूरी की। स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस का एमबीए फाइनेंस प्रोग्राम विश्व में 5वें स्थान पर है।

 

उनके पिता प्रवीण चतुर्वेदी लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंडला में ब्रिज डिपार्टमेंट में उप संभागीय अधिकारी (एसडीओ) के पद पर कार्यरत हैं। उनकी बहन प्रकृति चतुर्वेदी, भारतीय स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) से एमबीए कर चुकी हैं। प्रखर की इस सफलता ने मंडला जिले का नाम गौरव बढ़ाया है। प्रखर ने बताया की मे मां श्रृद्धा चतुर्वेदी एवं दीदी प्रकृति चतुर्वेदी के दिए मार्गदर्शन से ही यह उपलब्धि प्राप्त कर सका हूं। प्रखर की इस उपलब्धि पर गर्व के साथ उत्साह है उनके परिजन के साथ मित्र सहयोगी और शिक्षकों ने बधाई दी है। बता दें कि स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस या केवल स्टर्न कहा जाता है न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय का बिजनेस स्कूल है जो न्यूयॉर्क शहर में स्थित एक निजी शोध विश्वविद्यालय है।

1900 में स्कूल ऑफ कॉमर्स, अकाउंट्स एंड फाइनेंस के रूप में स्थापित, स्कूल को अपना वर्तमान नाम 1988 में मिला। स्टर्न एसोसिएशन टू एडवांस कॉलेजिएट स्कूल ऑफ बिजनेस के संस्थापक सदस्य हैं । स्कूल ऑफ कॉमर्स, अकाउंट्स एंड फाइनेंस के रूप में स्थापित, स्कूल ने 1988 में स्कूल के पूर्व छात्र और परोपकारी लियोनार्ड एन. स्टर्न के सम्मान में अपना नाम बदल दिया। स्कूल स्नातक स्तर पर बिजनेस में बैचलर ऑफ साइंस और स्नातकोत्तर स्तर पर मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री प्रदान करता है। यह स्कूल गोल्ड प्लाजा में कौरंट इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज और कॉलेज ऑफ आट्र्स एंड साइंसेज के अर्थशास्त्र विभाग के बगल में स्थित है ।

 

स्टर्न स्कूल की स्थापना चाल्र्स वाल्डो हास्किन्स (न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी टंडन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र) ने 1900 में यूनिवर्सिटी के वाशिंगटन स्क्वायर कैंपस में अंडरग्रेजुएट स्कूल ऑफ कॉमर्स, अकाउंट्स एंड फाइनेंस के रूप में की थी। 1913 में जेनेट हैमिल, जेडी, एमए, स्कूल के अर्थशास्त्र विभाग में शामिल हुईं जो इसकी पहली महिला संकाय सदस्य बनीं।

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