रिश्तों को मधुर रखने से मिलता है आनंद- दीप्ति
मध्यप्रदेश विद्युत मंडल पीएमसीएल के कर्मचारियों के मध्य एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम संपन्न

जबलपुर-कलेक्टर सौरव कुमार सुमन के मार्गदर्शन में चीफ़ एक्सक्यूटिव आलोक श्रीवास्तव एवं जिला समन्वयक राज्य आनंद संस्थान दीप्ति ठाकुर,राजेश पाठक प्रवीण ने प्रार्थना व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।दीप्ति ठाकुर ने राज्य आनंद संस्थान के विभिन्न क्षेत्रों का परिचय देते हुए बताया कि आनंद सभा छात्रों के नैतिक उत्थान के लिए व अल्पविराम कार्यक्रम शासकीय,अशासकीय सभी आयुवर्ग के लिए है ताकि हम अंतरात्मा की आवाज सुनकर स्वयं की खूबी एवं खामी दोनों को पहचाने और एक संतुलित जीवन जीकर आनंदित महसूस करें।दीप्ति ठाकुर ने प्रतिभागियों से जीवन का लेखाजोखा तैयार करवाया,और बताया कि माफ करने,माफी मांगने से रिश्ते मधुर हो पाते है।प्रतिदिन सुबह 30 मिनिट कम से कम एकांत स्थान पर बैठकर शांत समय ले एवं जो भी विचार आए हुए अपनी डायरी पेन में अवश्य लिखें। लिखने से हमारी मानसिक स्थिति सुदृण बन पाती है और हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है।प्रतिभागियों ने परिचय देते हुए उनकी रुचि के बारे में बताया,अंजना ने बताया कि वे रोज सुबह आसपास के जानवरों को रोज ब्रेड, बिस्किट का पैकेट नियमित देती है इससे उनका पूरा दिन कामकाज की व्यस्तता के बावजूद भी अच्छा जाता है।वही शैलेंद्र ने बताया कि बागवानी करने से आत्मसंतुष्टि मिलती है। अनीता यादव ने अपने जीवन की घटना सांझा करते हुए बताया कि वक्त पर दूसरे की मदद की शायद इसी कारण वे कोरोना की दूसरी लहर के चपेट में आने के बावजूद उन्हें जीवनदान मिला है जिसे अब वे सेवा कार्य में लगा रही है। कटनी से आए मास्टर ट्रेनर राजेंद्र असाटी ने फिर धीरे धीरे यहां का मौसम बदलने लगा है गीत के साथ समझाया कि बिना अपेक्षा के जो मदद की जाए वास्तव में वही सेवा है। प्रतिभागियो ने खेलगतिविधि के माध्यम से अपनी चरित्र क्षमता का आकलन किया। अल्पविराम दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी है। दीप्ति ठाकुर एवं राजेंद्र असाटी,सुनीता यादव द्वारा आलोक श्रीवास्तव को राज्य आनंद संस्थान का स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।आलोक श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि आनंद विभाग द्वारा समय समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि जीवन की आपाधापी में हम कुछ पल स्वयं के साथ बिता सके।