दो रात जागीं नेत्रहीन बच्चियों को राहत देने पहुंचे महापौर नेत्रहीन बच्चियों को नए भवन में किया गया शिफ्ट

जबलपुर,यशभारत। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के प्रयासों ने अब नेत्रहीन कन्या शाला स्कूल भंवरताल की बच्चियां नारकीय जीवन जीने मजबूर नहीं होंगीं। बीते तीन दिनों से लगातार गिर रहे पानी से भंवरताल स्थित नेत्रहीन कन्या शाला स्कूल के हालात दयनीय हो गए थे और यहां मौजूद करीब 31 बच्चियोंं ने दो रात दहशत के बीच जागकर गुजारीं। क्योंकि न तो यहां लाइट थी और न ही सुरक्षा की व्यवस्था। उपर से स्कूल के अंदर चारों तरफ पानी ही पानी भरा पड़ा रहा। इसकी सूचना जैसे ही महापौर को हुई वे तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्होनें स्कूल में मौजूद 31 बच्चियों को रानीताल स्थित एमएच अस्पताल के बाजू में स्थित नए भवन में शिफ्ट किया जिसके बाद सभी बच्चियों के चेहरे में खुशी की लहर झूम उठी। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने बताया कि अभी तक पानी में स्कूल की बच्चियां नारकीय जीवन जी रहीं थी जिन्हें अब नए भवन में शिफ्ट किया गया है। फिलहाल अस्थाई रूप से रानीताल स्थित नए भवन में नेत्रहीन बच्चियों को शिफ्ट कराया गया है, बिजली, नल का कनेक्षन कर दिया गया है। इसके साथ ही बस की व्यवस्था की गई है।
स्कूल के प्राचार्य पूनमचंद्र मिश्रा ने बताया कि मीडिया और महापौर के सहयोग से नेत्रहीन बच्चियों को राहत मिली है। उन्होनें बताया कि पूरे मध्यप्रदेश के अलग अलग जिलों की करीब 86 बच्चियां नेत्रहीन स्कूल में अध्ययनरत हैं। इनमें से कुछ बच्चियों को घर भेज दिया गया है जबकि अभी 31 बच्च्यिां स्कूल में हैं। नए भवन में एक पानी का पाइप टूटा था जिसे भी बदलवा दिया गया है। प्राचार्य ने महापौर और मीडिया के प्रति आभार व्यक्त किया है।