ब्रांड एंबेसडर लहरी बाई को करीब ढाई माह के अंदर मिलेगी प्राकृतिक खेती करने के लिए जमीन
डिंडोरी कलेक्टर ने किया सपना साकार, डिंडोरी जिले के करीब 880 आदिवासी परिवारों की करेंगे मदद

जबलपुर। पूरे देश में मिलेट्स अनाज की ब्रांड एंबेसडर लहरी बाई को अब जल्द ही मोटे अनाजों के बीजों की खेती करने जमीन मिलेगी। अब उसे वन विभाग को कोई भी परेशान नहीं करेगा। लहरी बाई को न्याय दिलाने में डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने अहम योगदान दिया है। कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि जिले में करीब 880 बैगा आदिवासी परिवार रह रहे हैं जिनके पास खुद की जमीन नहीं है। लहरी बाई जो जमीन मांग रही थी वो वन विभाग की सीमा में आ रही है। वन विभाग के जिम्मेदारों से बात करके नियमानुसार रूप से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने लहरी बाई को जमीन दी जाएगी जिससे वह कोदो, कुटकी सहित अन्य मोटे अनाजो के बीजों की खेती कर सके। कलेक्टर के अनुसार वे पूरे जिले में रहने वाले आदिवासी परिवारों को जमीन देने प्रयास कर रहे हैं।
25 सालों से लड़ रहे अपने हक की लड़ाई
जानकारी के अनुसार डिंडोरी जिले में करीब 880 बैगा आदिवासी परिवार रह रहे हैं जिनके पास खुद की कोई जमीन नहीं है। इन सभी ने कलेक्ट्रेट में जमीन के पट्टे के लिए आवेदन दे रखा है जिससे उन्हें न्याय मिल सके। पीएम मोदी के द्वारा नवाजी गई डिंडोरी जिले के ग्राम सिलपिड़ी में रहने वाली मिलेट्स यानि मोटे अनाजों की ब्रांड एंबेसडर लहरी बाई ने यशभारत को बताया कि करीब 100 से अधिक बैगा आदिवासी ऐसे हैं जो कि वन अधिकार पट्टा पाने के लिए पिछले 25 सालों से संघर्ष कर रहे हैं। लहरी बाई ने अपने घर के पास बनी मिट्टी की कोठी में कोदो, कुटकी, लाल डोंगर, बहेरी कोदा, डोंगर कुटकी, बड़े कोदो, लहरी कोदो, सल्हार सहित अन्य बीजों को संग्रहित करके रखा है।
इन इलाकों में घूम-घूमकर किया था संग्रह
लहरी बाई ने अपने माता-पिता और पड़ोस की कुछ बैगा आदिवासी सहेलियों के साथ मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर सहित आसपास के अन्य ग्रामीण अंचलों में घूम-घूमकर 60 किस्म के मोटे अनाजों के बीजों को एकत्रित किया और फिर इन सभी बीजों को अपने घर पर बनी मिट्टी की कोठी में सहेजकर रखा है। जानकारी के अनुसार मिलेट्स यानि मोटे अनाज के उत्पादन में छत्तीसगढ़ नंबर पर है जबकि मध्यप्रदेश दूसरे नंबर है। विदित हो कि 3 दिन पहले जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में मिलेट्स, अनाज पर दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में आयोजित प्रदर्शनी में हिस्सा लेने जबलपुर आई थीं। जहां पर उसने खजुराहो सांसद वीडी शर्मा से वन विभाग की शिकायत कर अपनी दांस्ता सुनाईं थीं।
वर्जन—
—देश में मिलेट्स की ब्रांड लहरी बाई को मनरेगा की योजना का लाभ देने के साथ खेत तैयार करके दिया जाएगा। लहरी बाई द्वारा मांगी गई जमीन के पट्टे की स्वीकृति को आगे बढ़ा दिया गया है। करीब 2 से ढाई माह में लहरी बाई को जमीन मिल जाएगी।
—विकास मिश्रा, कलेक्टर डिंडोरी।