पं. अरुण शुक्ला, श्रीमती सुशीला शुक्ला की मूर्ति अनावरण यश का शरीर हमेशा बना रहता है:ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद

जबलपुर। पं. अरुण शुक्ला, श्रीमती सुशीला शुक्ला की मूर्ति का अनावरण अरुणोदय शताब्दिपुरम में यशभारत परिसर में आयोजित गरिमामय भव्य समारोह में मंगला चरण व स्वातिवाचन के बीच मुख्यअतिथि द्विपीठाधीश्वर जगतगुरू शंकराचार्य के प्रिय शिष्य परम पूज्य ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद सरस्वती जी महाराज, अध्यक्ष मठ मंदिर सलाहकार समिति, मध्यप्रदेश शासन भोपाल व सारस्वत अतिथि विवेक कृष्ण तन्खा राज्य सभा सांसद, प्रताप सिंह बाजवा, राज्य सभा सांसद एवं पूर्व मंत्री पंजाब ने किया और यशभारत के संस्थापक आशीष शुक्ला को माता-पिता की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए आशीर्वाद भी दिया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक एवं पूर्व मंत्री अजय विश्नोई, , विधायक एवं पूर्व मंत्री तरूण भनोत, विधायक एवं पूर्व मंत्रीलखन घनघोरिया, विधायक अशोक रोहाणी, विधायक सुशील तिवारी इंदू , विधायक विनय सक्सेना, संजय यादव, डॉ आलोक चंसौरिया की गरिमामयी उपस्थिति रही।

ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद महाराज का पादुका पूजन
परम पूज्य ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद सरस्वती जी महाराज का पादुका पूजन व अभिनंदन मंगला चरण व स्वातिवाचन के बीच आशीष शुक्ला व डॉ रश्मि शुक्ला ने किया।
यश का शरीर हमेशा बना रहता र्ह :ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद
शरीर स्थूल, सूक्ष्म और कारण रूप में होता है। साथ ही यश का शरीर भी हमेशा रहता है। जब तक यश रहता है उस व्यक्ति को कभी नर्क नहीं भोगना पड़ता है। उक्त उद्गार द्विपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के परम शिष्य ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद ने स्व पं अरुण शुक्ला एवं श्रीमती सुशीला शुक्ला के मूर्ति अनावरण पर व्यक्त किए। उन्होंने अपनी ओर से एवं शंकराचार्य जी की ओर से आशीष एवं उसके परिवार को ऐसी ही यश पताका फहराने के लिए आशीष दिया।
आशीष पत्रकारिता के मापदंड स्थापित कर रहा- तन्खा
उस मौके पर राज्यसभा सांसद विवेके कृष्ण तन्खा ने पंजाब से पधारे राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मंत्री प्रताप सिंह बाजवा को स्व अरुण शुक्ल की कर्मठता से परिचित कराते हुए कहा कि वे कर्मठ पत्रकार थे। उनके अवसान का जिक्र करते हुए कहा कि आशीष उनके पद चिन्हों पर चल रहा है। आशीष शुक्ला ने अपना पेपर निकालने की चर्चा दिल्ली में की। कई प्रकाशनों से बात की लगभग पूर्ण हो चुकी थी। लेकिन उन्होंने अपना अखबार निकालने का संकल्प बताया। आज यशभारत के एक लाख डिजीटल पाठक हैं। शाम का प्रमुख अखबार है। आशीष जिस प्रकार संघर्ष कर रहा है सबसे संबंध बनाते हुए पत्रकारिता के मापदंड स्थापित कर रहा है। प्रसन्नता है कि उसने आज माता पिता के मूर्ति की कल्पना को आज सकार कर दिया और आशीष दिया कि वो संघर्ष करता रहे और अपना, परिवार और शहर का नाम रोशन करे।
बेटा पिता का मान रखे यह संस्कार है -प्रताप सिंह बाजवा
मेरा सौभाग्य है कि ऐसे कार्यक्रम में आया जहां संत के दर्शन हुए। बेटा पिता का मान रखे यह संस्कार है ऐसा व्यक्ति ही समाज को कुछ दे सकता है। उन्होंने सिख पंथ के पहले गुरु नानक देव कारीडोर प्रारंभ होने की जानकारी देते हुए सभी को आमंत्रित किया। कहा कि मैं यहां से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का खुद स्वागत सत्कार करेंगे सबको उसके लिए खुला आमंत्रण है। आप लोगों के आने पर मैं स्वंय सेवक रहूंगा एवं आपकी सेवा कर प्रसन्नता का अनुभव करूंगा।
आशीष शुक्ल का यह कार्य अनुकरणीय: विनय
उत्तर मध्य विधायक विनय सक्सेना ने अपने संबोधन में कहा कि आशीष शुक्ल द्वारा किया गया यह कार्य अनुकरणीय है उनके सभी शुभचिंतकों और दोस्तों की ओर से उन्हे हार्दिक शुभकामनाएं।
अरूण शुक्ला जहां शहर के लिये एक आदर्श पत्रकार थे: भनोत
पूर्व वित्तमंत्री और पश्चिम क्षेत्र विधायक तरूण भनोत ने इस अवसर पर कहा कि स्व. अरूण शुक्ला जहां शहर के लिये एक आदर्श पत्रकार थे वही श्रीमति सुशीला शुक्ला का भी सामाजिक क्षेत्र में कम योगदान नहीं रहा। जिसको शहर की जनता ने भी स्वीकार किया है और यही कारण है कि उनकी स्मृति में आगा चौक में द्वार का भी निर्माण किया गया है। मैं आज शहर की दोनों शख्सियतों को प्रणाम करता हूं।
डॉ शैलेन्द्र राजपूत का सम्मान
इस पुनीत प्रसंग पर जहां कोरोनाकाल में जान की परवाह किए बिना सैकड़ों लोगों की जिंदगी बचाने वाले बड़ेरिया मैट्रो प्राइम अस्पताल के प्रमुख चिकित्सक डॉ शैलेन्द्र राजपूत का अतिथियों ने शॉल श्रीफल व स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। डॉ शैलेन्द्र राजपूत की अनुपस्थिति में उनकी धर्मपत्नी डॉ श्रीमती शीतल राजपूत ने यह सम्मान ग्रहण किया।
शिल्पकार समीर चौधरी का भी सम्मान
पं. अरुण शुक्ला, श्रीमती सुशीला शुक्ला की भव्य मूर्ति को गढऩे वाले कोलकाता से पधारे शिल्पकार समीर चौधरी का भी सम्मान अतिथियों ने शॅाल श्रीफल से किया। अतिथियों का स्वागत अखिलेश शुक्ला, आशीष शुक्ला, अवधेश कटारे , अभिषेक शुक्ला अर्पित व अंकित,अर्थ अस्तित्व, रवि चौबे,योगेश अग्रवाल, सतीश सौंधिया ने किया।समारोह का संचालन राहुल पाठक ने किया। जबकि आभार प्रदर्शन एड. संपूर्ण तिवारी ने किया।
इनने बढ़ाई कार्यक्रम की भव्यता
समारोह में समाज सेवी सतेन्द्र जैन, प्रणव पटैल,अनुराग श्रीखंडे,राजुल करसोलिया,डॉ सुनील मिश्रा, डॉ अभिजात कृष्ण त्रिपाठी,उदय भान सिंह, सतीश उपाध्याय, कदीर सोनी,मनीष खरे,डॉ संजय मिश्रा, डॉ मयंक चंसौरिया,डॉ गौरव कोचर, रामेन्द्र बडग़ैंया, सतीश तिवारी गुडु चौबे थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा, मधुर पटैरिया,संदीप जैन, रीतेश त्रिवेदी आदि शामिल रहे।