निजी हॉस्पिटल की लापरवाही से नवजात की हुई मौत : 3 दिन के बाद शव को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया सामुदायिक केंद्र, मामले की जांच जारी

अनूपपुर l जिले के कोतमा में निजी हॉस्पिटल की लापरवाही से नवजात की हुई मौत हो गई, जिसके बाद नवजात को दफना दिया गया था, दफन करने के 3 दिन उपरांत नवजात के शव को बाहर निकाल लिया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। नवजात के पिता ने मनेंद्रगढ़ के मीरा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़ पर बच्चे की लापरवाही से मौत का आरोप लगया है और कार्यवाही की मांग की है।
:- मनेंद्रगढ़ के मीरा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़ पर मनजीत सिंह पिता सुरेश कुमार निवासी वार्ड क्रमांक 3 कोतमा द्वारा लापरवाही से नवजात की मौत का आरोप लगया है, मनजीत ने बताया की गर्भवती पत्नी को रुटीन चेकअप के लिए मीरा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल ले गए जहां पर पदस्थ डॉक्टर द्वारा 25/ 12/.2024 को मनजीत सिंह की पत्नी को एडमिट कर ऑपरेशन द्वारा बच्चा पैदा हुआ किंतु कुछ देर बाद ही डॉक्टर द्वारा बच्चों की हालत बिगड़ता देख एम्स रायपुर के लिए रेफर किया गया जहां पर बच्चों को ले जाया गया और एम्स रायपुर के डॉक्टरों द्वारा बच्चों के नाभि में गलत पंचिंग के कारण ब्लड सरकुलेशन बंद न होना मृत्यु का कारण बताया गया और बच्चे को मृत्यु घोषित कर वापस ले जाने के लिए सलाह दी गई।
मनजीत सिंह ने अपने नवजात पुत्र की मृत्यु की घटना सुनते ही बिक्षिप्त हो गए और वह वहां से वापस कोतमा चले आए और उन्होंने यहां आकर बच्चे का अंतिम संस्कार किया, उसके उपरांत अंतर ग्लानि एवं पत्नी की दुख को देखकर बच्चों का पोस्टमार्टम करवाने एवं लापरवाही पूर्वक चिकित्सा किए जाने वाले डॉक्टर के विरुद्ध वाद प्रस्तुत करने का निर्णय लिया जिसके लिए उन्होंने कोतवाली मनेद्रगढ़ जाकर प्राथमिक की दर्ज करना चाहा किंतु कोतवाली प्रभारी द्वारा डॉक्टर वर्षा सिंह को बुलाकर आपसी समझौते करने का निर्णय लिया जिससे विवस होकर मनजीत सिंह वापस कोतमा आए और कलेक्टर अनूपपुर तथा एसपी अनूपपुर को पत्रचार कर मृतक नवजात का पोस्टमार्टम के लिए दफन किए शव को निकालने के लिए आवेदन किया जिस पर प्रशासन द्वारा अनुमति प्रदान की गई और 3 जनवरी 2025 को शव निकालकर पोस्टमार्टम करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।