देशभर में 50 आर्थोपेडिक सेंटर स्थापित करेगा शैल्बी हॉस्पिटल

जबलपुर, यशभारत। शैल्बी अस्पताल प्रबंधन अगले पांच साल में देशभर में 50 छोटे आर्थोपेडिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने की तैयारी में है। ये सेंटर फ्रें चाइजी मॉडल पर तैयार किए जाएंगे। उत्कृष्टाता के ये केंद्र छोटे शहरों के मरीजों को श्रेष्ठ आर्थोपेडिक और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सेवाएं प्रदान करेंगे। साथ ही युवा व प्रतिभाशाली स्थानीय अस्थि रोग विशेषज्ञों को विश्व स्तरीय हॉस्पिटल से जुडऩे का अवसर मिलेगा। मध्य भारत में ग्वालियर, भोपाल, उज्जैन, रायपुर, बिलासपुर जैसे शहर चयनित किए गए हैं। उक्त बातें शैल्बी हास्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. विक्रम शाह ने पत्रकार वार्ता में कहीं। शैल्बी समूह की स्थापना की 28वीं वर्षगांठ पर उन्होंने यादें सांझा की। विदित हो कि ज्वाइंट ज्वाइंट रिप्लेसमेंट में डॉ. शाह की दुनियाभर में अलग पहचान है। वे एक लाख 25 हजार से ज्यादा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन कर चुके हैं। शैल्बी हास्पिटल की श्रृंखला की शुरुआत वर्ष 1994 में अहमदाबाद से हुई थी। इस दौरान ग्रुप चीफ आपरेटिंग ऑफि सर डॉ. निशिता शुक्ला, ग्लोबल ओपीडी डायरेक्टर डॉ. भरत गज्जर मौजूद रहे।
देश में अग्रणी हॉस्पिटल: डॉ. शाह ने बताया कि शैल्बी मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल अस्थि रोगों के उपचार में देश में अग्रणी है। 28 साल की यात्रा में शैल्बी 13 मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल प्रारंभ कर चुका है। इनमें दो हजार से अधिक बिस्तर क्षमता वाले 11 हॉस्पिटल आठ शहरों में मल्टीस्पेशियलिटी सेवाएं दे रहे हैं। शैल्बी में सालाना 10 हजार से अधिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाती है। अहमदाबाद के बाद इंदौर, जबलपुर, सूरत, जयपुर, मुंबई, मोहाली, वापी आदि शहरों में यह अस्पताल मरीजों की सेवा कर रहा है।जबलपुर में 233 बिस्तरों की क्षमता वाला यह महाकोशल का सबसे बड़ा निजी अस्पताल है। जहां एक छत के नीचे किसी भी बीमारी से पीडि़त मरीजों को अति आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही है।