तिलहरी कैश वैन लूट-हत्याकांड – रातों रात बड़ाआदमी बनने दे दिया वारदात को अंजाम

जबलपुर, यशभारत। तिलहरी कैशवेन लूट और हत्या कांड के आरोपियांे ने वारदात को अंजाम देने के पीछे सनसनीखेज कहानी बताई है। आरोपियों का कहना है कि उनके पिता सेना में है, पिता ने दूसरी शादी की और उन्हंे बेघर कर दिया। भूखे मरने की नौबत थी, कुत्तों जैसी जिंदगी हो गई थी। सब जगह से थक हारकर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए दोनों भाईयों ने प्लान बनाया और उसे अंजाम तक पहंुचाया। बस एक अफसोस है कि एक बेकसूर सुरक्षा गार्ड की उनके हाथों हत्या हो गई।
पिता ने जिंदगी बर्बाद कर दी
दोनों सगे भाईयों ने घटना को अंजाम देने के पीछे अपने पिता श्यामलाल पाल की हरकतों को बताया। आरोपियों का कहना था कि पिता ने उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी। पिता ने उसकी मां और उनका ख्याल किए बिना ही दूसरी शादी कर ली। नौबत भूखे मरने तक की आ गई। घटना को अंजाम देने का एक कारण बहुत जल्दी बड़ा आदमी बनना था।
डर गए तो बनारस भाग गए
दोनों आरोपियों ने बताया कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद वह डर गए थे। एक दिन अपने किराये के मकान में रूकने के बाद वह बनारस अपने गांगपुर थाना रोहनिया जिला वाराणसी (उ.प्र.) भाग गए थे।
गुजरात में काम करते थे, रातो रात बड़ा आदमी बनना चाहते थे
दोनों आरोपी भाई मनोज पाल एवं सुनील पाल जो कि बचपन से जबलपुर में आर्मी स्कूल में पढे लिखे है, एवं जबलपुर की भौगोलिक स्थित से अच्छी तरह वाकिफ हैं, इन दोनों ने 2017 में पारिवारिक विवाद एवं आर्थिक तंगी के कारण जबलपुर छोड दिया एवं गुजरात मे काम करने लगे, जहां काम करते हुये रातों-रात पैसा कमाने और आर्थिक तंगी दूर करने के लिये बैंक-एटीएम लूटने का प्लान बनाया, जबलपुर चूंकि इनके लिये सबसे बेहतर विकल्प था, इसलिये योजना के अनुसार दोनों नवम्बर 2021 में गुजरात से जबलपुर आये एवं गुप्त रूप से कैंट क्षेत्र में महावीर कम्पाउंड अंतर्गत रिटायर्ड जेल अधिकारी के यहां किराये का कमरा लेकर रहने लगे, इस दौरान उन्होनें अपने बचाव के लिये किसी भी प्रकार के पहचान पत्र, किसी भी स्थान पर उपलब्ध नहीं कराये एवं मोबाईल का प्रयोग भी कहीं नहीं किया।