जबलपुर के लाईफ मेडीसिटी अस्पताल में मौत पर हंगामा, परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया
पुलिस मौके पर पहंुची जांच पड़ताल जारी

जबलपुर, यशभारत। आगा चैक स्थित लाईफ मेडीसिटी अस्पताल में एक बार फिर मरीज की मौत पर जमकर हंगामा हुआ। मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था को आड़े हाथ लेते हुए इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों का कहना था कि गैस बनने की समस्या को लेकर मरीज को भर्ती कराय गया था दो दिन में अस्पताल प्रबंधन ने 3 लाख रूपए ले लिए लेकिन मरीज की जान नहीं बचाई जा सकी। हंगामे की खबर पुलिस को लगी तो मौके पर पहंुचकर परिजनों को समझाइश देते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं हुई, डाॅक्टर मरीज की जान बचाते हैं इसमें लापरवाही का सवाल ही नहीं उठता है।

बरेला पहाड़ीखेड़ा निवासी सुरेश सोनी को गैस की समस्या होने पर लाईफ मेडीसिटी अस्पताल में 18 मार्च को भर्ती कराया गया था। दो दिन तक मरीज सुरेश सोनी की तबीयत ठीक थी लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ी जिसके बाद 20 मार्च की शाम मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि इलाज में लापरवाही की गई है इसलिए उनके मरीज की मौत हुई।
मार डाला मेरे पिता को, जांच के नाम लाखों रूपए लिए
पहाड़ीखेड़ा निवासी विवेक सोनी ने बताया कि लाईफ मेडीसिटी अस्पताल में इलाज के नाम पर लाखों रूपए लिए। मेरे पिता सुरेश सोनी को सिर्फ गैस की प्राॅबलम थी बस। लेकिन उनकी इतनी जांच कराई गई जैसे कोई गंभीर बीमारी हो। अस्पताल प्रबंधन से इलाज की फाइल मांग रहा हूं लेकिन कोई फाइल देने तैयार नहीं है। अस्पताल प्रबंधन ने सही इलाज किया है तो वह फाइल दे और इलाज में खर्चा हुआ पूरा ब्यौरा दे।
सारे डाॅक्टरों ने इलाज किया, मरीज की स्थिति ठीक नहीं थी
लाईफ मेडीसिटी अस्पताल के डाॅक्टर मुकेश श्रीवास्तव ने बताया मरीज सुरेश सोनी को शुगर की समस्या थी। सारे डाॅक्टरों ने इलाज किया लेकिन मरीज की हालात चिंताजनक थी। परिजनों के सारे आरोप निराधार है जो दस्तावेज मांगे जा रहे वो जल्द ही उपलब्ध कराए जाएंगे।