चंद रूपयों के लिए जबलपुर की सफेदवर्दी सड़क पर: वसूली अभियान में भूले मानवता
यशभारत की ग्राउंड रिपोर्ट में खुलासा, पुलिस कार्रवाई बनी नासूर, आम आदमी का सड़क पर चलना हुआ मुहाल, पूरा शहर खुदा पड़ा, पुलिस यातायात नियम का पाठ पढ़ा रही

जबलपुर, यशभारत। शहर में उखड़ी सड़कें, जगह-जगह हादसों को आमंत्रण देते गड्ढों के बाद पटरी से उतरे यातायात को सम्हालने पुलिस का विशेष अभियान जारी है। जिसके चलते पुलिस रॉग साइड में चलने वालों और रेड लाइट क्रॉस कर, सिग्रल तोडऩे वालों पर सीधी कार्रवाई कर रही है। लेकिन आम जन को राहत पहुंचाने ड्यूटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारी, अब जनता के लिए नासूर बनते जा रहे है। जी हॉं, चौराहों पर मोर्चा सम्हालने तैनात अधिकारी और कर्मचारी यातायात अभियान के नाम पर आम जन की जेबों में डाका डाल रहे है और चौराहों पर हरेक आने-जाने वालों से वसूली की नाम पर 100 से 500 रुपए वसूल रहे है।
बच्ची का इलाज जरूरी नहीं, चालान पहले भरो
रानीताल चौराहे में कुछ दिन पूर्व यातायात पुलिस की कार्रवाई उस वक्त सवाल खड़े हुए जब एक व्यक्ति अपनी 2 साल की बच्ची का इलाज कराने डॉक्टर के पास जा रहा था। पुलिस ने उसे रोक लिया और यातायात नियम तोडऩे की एवज में हर्जाना देने की बात कही। पुलिस के रोके जाने पर पिता ने बताया कि वह अपनी बच्ची का इलाज कराने डॉक्टर के पास जा रहा हूं इतना पैसा नहीं है कि हर्जाना दे सकूं। लेकिन पुलिस नहीं मानी और उसका चालान काट दिया गया।
11 बजे के बाद से गायब हो जाता है अमला
शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्राफिक पुलिस की कार्रवाई जारी है। जिसमें रानीताल, बल्देवबाग, ब्लूम चौक, पेंटीनाका, गोराबाजार, पुराना बस स्टेंड तीन बत्ती, दीनदयाल अंतरराज्यीय बस स्टेंड आदि। लेकिन 11 बजे के बाद पूरा अमला गायब हो जाता है, इतना ही नहीं दोपहर तीन बजे के बाद ड्यूटी अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहते तो है। लेकिन वाहन से संबंधित पूरे कागजात होने के बाद भी केवल 100-100 रुपये की वसूली कर, अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रहे है।
एक सप्ताह में 3 सड़क हादसे
रानीताल चौराहे पर यशभारत को आसपास के दुकानदारों ने बताया कि बीते एक सप्ताह में पुलिस की कार्रवाईयों के चलते तीन सड़क हादसे हो चुके है। जिसमें युवकों की जान पर बन आई थी, जो पुलिस की अवैध कार्रवाईयों से बचने रोड के साइड से जा रहे थे। जबकि पुलिस टूव्हीलर चालकों को जबरन पकडऩे पीछा कर रही थी। ताकि कुछ वसूली हो सके।
रानीताल में ही रहता है जमावड़ा, बाकी चौराहे राम भरोसे
आसपास के दुकान संचालकों और राहगीरों ने बताया कि ट्राफिक पुुलिस की ड्यूटी सुबह से रात तक रहती है। लेकिन दोपहर तीन के बाद ही अमला सक्रिय होता है और केवल रानीताल पर ही जमावड़ा लगाकर ट्राफिक कार्रवाई होती है।
भोले भाले लोग सॉफ्ट टारगेट
चौराहों में जमावड़ा लगाकर कार्रवाई की डींगे हांकते अमले का सॉफ्ट टारगेट ग्रामीण ही होते है। रानीताल और बल्देवबाग चौराहों में मौजूद दुकानदारों ने बताया कि सीधे साधे परिवेश में देखते ही ट्राफिक अमले की आंखे तन जाती और भोले-भाले लोगों को रोककर, वाहन के कागजाद होने के बाद भी जबरन वसूली की जा रही है।
अधिकारी गुस्से में है, केवल 100 रुपय में बन जाएगा काम
बताया गया है वाहन चालकों को चौराहों में रोककर ट्राफिक कर्मचारी पहले तो वाहन साइड में खड़ा करवा लेते है और फिर धीरे से कान में कहते है कि अधिकारी गुस्से में है, यदि 100 रुपये दो तो आपका वाहन अभी छूट जाएगा, अन्यथा बड़ी कार्रवाई होगी और रसीद कटेगी।
हरेक चौराहे का कलेक्शन फिक्स
ट्राफिक कार्रवाई में प्रमुख रुप से हरेक चौराहें में पैसों का कलेक्शन फिक्स रहता है। जिसमें रानीदात चौराहा से हरेक दिन सबसे अधिक अवैध वसूली का कलेक्शन जाता है। यही कारण है कि यहां पूरा अमला अपनी नजरे
गड़ाए रहता है।
इन्होंने कहा-
—
मेरे निर्देशन पर ही कार्रवाई की जा रही है। हरेक दिन रॉग साइड चलने वाले और रेड लाइट जंपिंग के खिलाफ कार्रवाई जारी है। यदि किसी के साथ अवैध वसूली की जा रही है कि वह शिकायत करे, तत्काल सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी।एएसपी ट्राफिक प्रदीप सेंडे