
(मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने कहा कि किसी भी प्रश्न के उत्तर में ‘जानकारी एकत्रित की जा रही है’ स्वीकार नहीं किया जाएगा)*_
*भोपाल* । मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र कल दिनांक 7 मार्च 2022 से शुरू होने जा रहा है। मध्य प्रदेश के राज्यपाल ने इसके लिए अधिसूचना और विधानसभा के अध्यक्ष ने गाइडलाइन जारी कर दी है। विधानसभा का बजट सत्र 7 मार्च सुबह 11:00 बजे समवेत होगा एवं दिनांक 9 मार्च को शिवराज सिंह चौहान सरकार बजट पेश करेगी।
*मध्य प्रदेश बजट सत्र 2022- विधायकों एवं मध्य प्रदेश शासन के विभागीय अधिकारियों हेतु गाइडलाइन*
मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने गाइडलाइन जारी की।
*1* सभी विधायक प्रश्न पूछने के लिए निर्धारित ऑनलाइन प्रक्रिया का पालन करें।
*2* दर्शक दीर्घा खोली जाएगी परंतु प्रोटोकॉल का पालन करने की शर्त रहेगी।
*3* दर्शक दीर्घा में सिर्फ 1 घंटे के लिए प्रवेश की अनुमति होगी।
*4* जब विधायक के प्रश्न पर बहस होनी हो, तब विधायक के समर्थक दर्शक दीर्घा में उपस्थित रह सकते हैं।
*5* विधायकों को विधानसभा परिसर में अपने समर्थकों के मुलाकात के लिए विशेष अनुमति लेनी होगी।
*6* मंत्रियों को सुनिश्चित करना होगा कि उनके निजी स्टाफ विधानसभा परिसर में अनुशासित रहे एवं नियमों का पालन करें।
*7* मध्य प्रदेश शासन के विभागीय अधिकारियों को सभी प्रश्नों के उत्तर सुनिश्चित करने होंगे।
*8* किसी भी प्रश्न के उत्तर में ‘जानकारी एकत्रित की जा रही है’ स्वीकार नहीं किया जाएगा।
*9* विभागों द्वारा विधानसभा सदन में जो आश्वासन दिए गए थे वह पेंडिंग नहीं होनी चाहिए।
उल्लेख करना प्रासंगिक है कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा विधानसभा सदन के अंदर प्रश्न उपस्थित होने पर, कार्यवाही के आश्वासन दिए जाते हैं परंतु उन्हें पूरा नहीं किया जाता। कुछ आश्वासन तो पिछले 15 साल से पेंडिंग हैं। विभाग ने क्या कार्रवाई की, विधानसभा सचिवालय को अब तक नहीं बताया गया। वर्तमान सत्र में विधानसभा में कुल 4518 प्रश्न लगाए गए हैं। जिनमें से 2267 प्रश्न ऑनलाइन लगाए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि मात्र 12 विधायक हैं जिन्होंने विधानसभा की डिजिटल प्रक्रिया का 100% उपयोग किया है।
*MP में कल से बजट सत्र:*
*सर्वदलीय बैठक में बोले गृहमंत्री- सरकार चर्चा को तैयार, नेता प्रतिपक्ष रहते ही नहीं; कांग्रेस उठाएगी गोहत्या और किसानों के मुद्दे*
*भोपाल* मध्यप्रदेश में 15वीं विधानसभा का बजट सत्र सोमवार 7 मार्च से शुरू होगा। इससे पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। जिसमें सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ, गृह एवं संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह और विधानसभा पीएस एपी सिंह समेत अन्य नेता व अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि बजट सत्र काफी महत्वपूर्ण है। इसमें जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो। बिना किसी व्यवधान के प्रश्नकाल चले। बैठक में पूर्व सीएम कमलनाथ ने किसान, गोहत्या, पुरानी पेंशन बहाली और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा कराने का मुद्दा उठाया। इसको लेकर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार सभी विषयों पर चर्चा कराने के लिए तैयार है। अब सोमवार को सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी, जिसमें तय होगा कि किस विषय पर किस रूप में चर्चा कराई जाएगी। यह बजट सत्र 25 मार्च तक चलेगा। 9 मार्च को बजट पेश होगा।
संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम बोले- नेता प्रतिपक्ष पूरे समय मौजूद रहें
बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा- हमने पिछली बार पूरे पांचों दिन सत्र चलाया था। विपक्ष नहीं रहेगा तो मैं क्या करूंगा। हमने आग्रह किया कि नेता प्रतिपक्ष पूरे समय रहें। वे पिछले सत्रों में भी नहीं रहे। जो रहते हैं, उन्हें जिम्मेदारी देनी चाहिए। सत्र तो ठीक से चले। न तो खुद रहते हैं और न ही दूसरों को जिम्मेदारी देते हैं। इस पर पलटवार करते हुए कमलनाथ ने कहा कि उन्हें पूरे समय रहने की जरूरत नहीं है। हमारे पास कई क्षमतावान सदस्य हैं, जो सब कुछ संभाल लेते हैं।
*नेता प्रतिपक्ष बनने के सवाल पर गोविंद सिंह बोले- कौन मना करेगा*
मीडिया से चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा के साथ विपक्षी दल के नेता व पूर्व मंत्री गोविंद सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के पास मप्र के साथ अन्य प्रदेशों की जिम्मेदारी भी है। उस समय उन्हें जाना होता है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के सवाल पर कहा कि कौन मना करेगा।