पुलिस मुख्यालय की भर्ती पोस्ट पर युवाओं ने जताई नाराजगी
डीजीपी से की मांग - उम्र निकल रही है राहत तो दीजिए

पुलिस मुख्यालय की भर्ती पोस्ट पर युवाओं ने जताई नाराजगी
डीजीपी से की मांग – उम्र निकल रही है राहत तो दीजिए
भोपाल यशभारत। भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा सोशल मीडिया पर सब-इंस्पेक्टर (एसआई) और आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती से जुड़ी पोस्ट डालने के बाद प्रदेशभर के युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा। लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों ने पोस्ट पर जमकर अपनी नाराजगी जाहिर की। युवाओं ने कहा कि साहब, भर्ती में राहत तो दीजिए, उम्र निकल रही है और भर्ती केवल पोस्ट तक ही सीमित रह जाती है।
पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर सब-इंस्पेक्टर और आरक्षक भर्ती के संबंध में एक पोस्ट साझा की गई थी। इस पोस्ट में अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से जुड़े सामान्य दिशा-निर्देश बताए गए थे। लेकिन जैसे ही यह पोस्ट सामने आई, सैकड़ों युवाओं ने कमेंट बॉक्स में जाकर अपना गुस्सा जाहिर करना शुरू कर दिया। युवाओं का कहना था कि सालों से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं, अब उम्र पार हो रही है, तो किसी का कहना था कि पोस्ट डालने से रोजगार नहीं मिलता है।

भर्ती प्रक्रिया में हुई देरी से नाराजगी
युवाओं में भर्ती प्रक्रिया को लेकर नाराजगी। कुछ वर्षों से पुलिस भर्ती प्रक्रिया में लगातार देरी हो रही है। कई बार नोटिफिकेशन की चर्चा होती है, लेकिन परीक्षा की तिथि और आवेदन पक्रिया को लेकर कोई स्पष्टता नहीं दी जाती। 2020 और 2023 के दौरान भी भर्ती की घोषणा हुई थी, मगर पक्रिया पूरी नहीं हो सकी। अब जब मुख्यालय ने दोबारा भर्ती का संकेत दिया है, तो उम्मीदवार उम्मीद और नाराजगी दोनों के बीच झूल रहे हैं।
युवाओं ने की उम्र की सीमा छूट देने की मांग
युवाओं क कहना है कि भर्ती प्रक्रिया में उम्र की सीमा में छूट देना चाहिए। कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं कि
प्रदेश के विभिन्न जिलों से युवाओं ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, इंदौर, सागर और भोपाल से अभ्यर्थियों ने एक ही बात कही हमारी तैयारी पूरी है, बस भर्ती का आदेश जारी कर दीजिए। कई युवाओं ने सरकार से यह भी अपील की कि पुलिस भर्ती में उम्र सीमा में छूट दी जाए, क्योंकि कोविड और भर्ती प्रक्रिया में देरी के चलते हजारों अभ्यर्थी अब ओवर एज हो चुके हैं।
हजारों पदों पर होनी है भर्ती
पुलिस विभाग में हजारों पदों पर भर्ती होनी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि पुलिस विभाग में रिक्त पदों की संख्या हजारों में है, लेकिन नियमित भर्ती न होने से युवा हतोत्साहित हो रहे हैं। कई युवाओं ने यह भी कहा कि जिस तरह अन्य राज्यों में हर वर्ष पुलिस भर्ती आयोजित होती है, वैसे ही मध्यप्रदेश में भी वार्षिक भर्ती कैलेंडर लागू किया जाना चाहिए। इससे तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को स्थिरता मिलेगी और वे योजना बनाकर परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।
युवाओं ने किए इस तरह की पोस्ट
– अमन गुलाम खान – पहले पिछली भर्ती की वेटिंग तो क्लीयर कर दीजिए साहब ।
– प्रदीप पटेल – इसमें पुलिस विभाग को आरखण देना था जो पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
– अनीमेष राजोरिया – 2017 के बाद भर्ती आई हुई है, आयु सीमा में छूट मिना चाहिए।
– संदीप लोधी – सीपीसीटी की जगह कंप्यूटर डिपलोमा करो।
– प्रांजुल द्विवेदी – डीजीपी सर पुलिसकांस्टेबल पुलिस इंस्पेक्टर में ऐज रिलेक्सेशनल देने के लिए आप कुछ करिए ।







