जिस समाज ने हमें ठुकराया आज वही ले रहा आशीर्वाद महाकुंभ में शामिल किन्नर अखाड़े का वो रहस्य, जो जुड़ा है भगवान विष्णु से

प्रयागराज, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है. लोगों के बीच किन्नर अखाड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. श्रद्धालु उनके पास जाकर उनसे आशीर्वाद पा रहे हैं. कहा जाता है कि किन्नर अखाड़ा में शामिल साधु-संत 2019 के प्रयागराज में लगे अर्ध कुंभ में भी शामिल हुए थे.
किन्नर अखाड़ा से जुड़े कुछ महंतों से एजेंसी से बात की. एक किन्नर महंत ने कहा, च्च्इस महाकुंभ में हमारा किन्नर समाज, किन्नर अखाड़ा, सनातन धर्म के साथ एकजुट है. हमारे किन्नर अखाड़े की एक खास विशेषता यह है कि यह सनातन धर्म का पालन करता है.ज्ज् उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रयागराज में लोगों के लिए की गई व्यवस्था को सराहा. उन्होंने कहा कि जिस समाज ने हमें ठुकराया आज वह यहां हमसे आशीर्वाद ले रहा है. किन्नर अखाड़े के दूसरे महंत ने कहा, च्च्इस कुंभ में किन्नर अखाड़े की बात करें तो यह सदियों से सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है. अगर मैं कोई कहानी सुनाऊं तो वह कुछ इस तरह होगी: जब अमृत के लिए देवताओं और दानवों में लड़ाई हुई थी, तब भी भगवान विष्णु को मोहिनी का रूप धारण करना पड़ा था. और यही मोहिनी आज यहां विराजमान हैं.। एक किन्नर महंत ने कहा, च्च्हमें, जिन्हें सही जन्म का आशीर्वाद मिला है, सौभाग्यशाली हैं. अब, चूंकि हमारा अखाड़ा हमारा है, इसलिए जो लोग इसकी इच्छा रखते थे, जो संत बनना चाहते हैं और संन्यास लेना चाहते हैं, वे संन्यास अखाड़े में शामिल हो गए हैं.।
6 दिन में 70000000 श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी,
महाकुंभ नगर. गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है. गत 11 जनवरी से 16 जनवरी के बीच महज छह दिन के अंदर अब तक सात करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई है. गुरुवार को 30 लाख से ज्यादा लोगों ने संगम में पवित्र स्नान कर पुण्य फल की प्राप्ति की. उल्लेखनीय है कि योगी सरकार का अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा लोग आने वाले हैं. महाकुंभ की शुरुआत में ही सात करोड़ लोगों का स्नान करना इसी ओर इशारा कर रहा है.
प्रयागराज में कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है. देश और दुनिया से पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु प्रतिदिन लाखों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं. गुरुवार को ही शाम छह बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 लाख से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर लिया. इसमें 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश-विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे. पूरे महाकुम्भ मेला क्षेत्र में भक्तों का तांता लगा रहा. देश के विभिन्न प्रांतों से आए स्नानार्थियों, श्रद्धालुओं और विश्व के अनेक देशों से आए श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया. पूरे देश की विविध संस्कृतियों की झलक महाकुंभ नगर में देखने को मिल रही है.
महाकुंभ से पहले 11 जनवरी को लगभग 45 लाख लोगों ने स्नान किया तो वहीं 12 जनवरी को 65 लाख लोगों के स्नान करने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ. इस तरह महाकुंभ से दो दिन पहले ही एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान का रिकॉर्ड दर्ज कर लिया. महाकुम्भ के पहले दिन पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व पर 1.70 करोड़ लोगों ने स्नान कर रिकॉर्ड बनाया तो अगले दिन 14 जनवरी को मकर संक्रांति अमृत स्नान के अवसर पर 3.50 करोड़ लोगों ने संगम में श्रद्धा के साथ डुबकी लगाई.
महाकुम्भ के पहले दो दिनों में 5.20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. इसके अलावा, 15 जनवरी को महाकुंभ के तीसरे दिन 40 लाख और 16 जनवरी को शाम 6 बजे तक 30 लाख लोगों ने संगम स्नान किया. इस तरह, स्नानार्थियों की संख्या ने सात करोड़ को पार कर गई.