कलेक्ट्रेट में सुबह 11.20 पर लगी झाडू, एसपी आफिस का बदल गया नजारा
कलेक्टर अवकाश में, कलेक्ट्रेट में 11.20 पर लग रही झाडू

जबलपुर, यशभारत। सरकारी कामकाज को लेकर हमेशा उंगलियां उठी है, और शायद उंगलियां उठना लाजिमी भी है। गरीब हो या मध्यमवर्गीय व्यक्ति सरकारी कार्यालयों के खुलने और बंद को लेकर उसे हमेशा परेशान होना पड़ता है। किस तरह से सरकारी विभाग का प्रमुख कलेक्ट्रेट में अधिकारी-कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं इसका अंदाजा यशभारत के फोटोग्राफर द्वारा कैमरे में कैद हुई कुछ फोटो से लगाया जा सकता है। चर्चा है कि कलेक्टर साहब अवकाश पर हैं इसलिए पूरे कार्यालय में 11.20 बजे झाडू लगी, कुछ दप्तर ऐसे थे जहां के ताले 12 बजे तक नहीं खुले और न ही कोई कर्मचारी पहुंचा।

महिला एवं बाल विकास विभाग
यशभारत की टीम ने कलेक्टर के अवकाश पर कार्यालय का मुआयना किया तो महिला एवं बाल विकास विभाग में 11.30 बजे तक कोई भी अधिकारी-कर्मचारी नहीं पहंुचा। कार्यालय के अंदर विभाग प्रमुख की कुर्सी खाली थी पर पंखा चल रहा था।
माइनिंग विभाग में कुर्सी पर सिर्फ सफेद तौलिया डली
टीम ने कलेक्ट्रेट के सबसे प्रमुख विभाग माइनिंग में जाकर पड़ताल की तो वहां 11.40 बजे कोई भी अधिकारी-कर्मचारी नहीं पहंुचा। सिर्फ विभाग प्रमुख की कुर्सी में सफेद टाॅबिल डली हुई थी। जबकि उनकी नेम प्लेट टेबिल पर रखी हुई थी।
पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग
इस विभाग में भी कलेक्टर के नहीं रहने का पूरा असर देखने को मिला। करीब 11.45 तक इस विभाग में कोई अधिकारी नहीं पहंुचा जबकि कार्यालय का पंखा चलता रहा। कार्यालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की माॅनीटरिंग खाली कुर्सी लेपटाप में करती रही।
अपर कलेक्टर के 10 नंबर कार्यालय में ताला
जब विभाग प्रमुख अवकाश पर है तो संबंधित कार्यालय की जिम्मेदारी बनती है कि वह समय पर आॅफिस पहंुचे परंतु अपर कलेक्टर जैसे अधिकारी लापरवाही करते नजर आए। कमरा नंबर 10 अपर कलेक्टर मिशा सिंह का लेकिन 11 बजे इस कार्यालय में ताला लगा हुआ था।
53 कमरा खाद्य आपूर्ति विभाग में भी कोई नहीं
यशभारत की टीम जब कुछ कार्यालयों से मुआयना करके कमरा नंबर 53 खाद्य आपूर्ति विभाग पहुंची तो यहां भी कलेक्टर के नहीं रहने का पूरा असर देखने को मिला। कोई भी अधिकारी तय समय तक कार्यालय नहीं पहंुचा, दरवाजे का लाॅक खुला था परंतु अंदर कोई नहीं था।
भू अभिलेख कार्यालय में पसरा सन्नाटा
सहायक भू अभिलेख कार्यालय के अधिकारी भी अपने निर्धारित समय के बाद आॅफिस पहंुचे यहां पर तीन कुर्सियांें के साथ साहब की कुर्सी रखी थी। बाहर जनता अधिकारियों के आने का इंतजार कर रही थी पर अधिकारी अपने मनमाने ढंग से कार्यालय पहंुचे।
बदल गया एसपी आफिस का नजारा
समय पर मौजूद रहे पुलिस अधिकारी और कर्मचारी
सरकारी ऑफिसों के कर्मचारी एवं अधिकारियों का मूल कार्मिक कर्तव्य होता है कि सर्वप्रथम ऑफिस पर समय पर पहुंचना जिसको लेकर यश भारत लगातार ऐसे सरकारी ऑफिसों का निरीक्षण करते हुए इन ऑफिसों पर नजर बनाए हुए हैं ।इसी कड़ी में पिछले दिनों एसपी ऑफिस में यश भारत की टीम द्वारा पहुंचकर जब निरीक्षण किया गया था तो कर्मचारी एवं अधिकारी सुबह 11:00 तक लापता थे, जहां पर फरियादी अपनी फरियाद लेकर खड़े हुए थे और उसे सुनने वाला कोई नहीं था ।परंतु यश भारत की खबर के के बाद पुलिस प्रशासन जागा, एडिशनल एसपी द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों को समय पर आने की समझाइश दी गई। जिसके बाद सोमवार को जब पुनः एसपी ऑफिस का औचक निरीक्षण 11:00 किया गया तो सारे अधिकारी और कर्मचारी समय पर मौजूद रहे ,फरियादी जो कि पिछले सप्ताह अपनी फरियाद सुनाने अधिकारियों इंतजार करते नजर आ रहे थे आज फरियादियो को भटकना नहीं पड़ा।समय पर आने वाले सभी पुलिस कर्मचारी एवं अधिकारी पूर्ण रूप से फरियादियो का सहयोग करते दिखाई दिए।