एसआईटी का rdvv में धावा, एसआईटी के समक्ष रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ( RDVV) के कुलगुरु प्रस्तुत हुए

जबलपुर।महिला अधिकारी को अभद्र इशारे करने के मामले में एमपी हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मध्यप्रदेश द्वारा गठित वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी है।
बुधवार को एसआईटी के समक्ष रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ( RDVV) के कुलगुरु प्रस्तुत हुए। एसआईटी का नोटिस उन्हें सोमवार को ही मिल गया था। वहीं एसआईटी ने आज विश्वविद्यालय पहुंच सीसीटीवी कैमरों व अन्य तथ्यों की पड़ताल की। विश्वविद्यालय पहुंचे अधिकारियों ने कुलसचिव डॉ राजेन्द्र बघेल से भी सीसीटीवी फुटेज के संबंध में जानकारी ली। इसके पूर्व पिछले सप्ताह एसआईटी ने पीड़िता और घटना स्थल पर मौजूद कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे। उल्लेखनीय है कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की एक महिला कर्मचारी ने कुलगुरु प्रो. वर्मा पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए एक शिकायत राजभवन,उच्च शिक्षा विभाग सहित अन्य पक्षों से की थी। महिला अधिकारी का आरोप था कि 21 नवंबर को वीसी चेंबर में एक बैठक के दौरान उन्हें अभद्र इशारे किए गए। जिसे वीसी चेंबर में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग में देखा जा सकता है।शिकायत कर्ता महिला अधिकारी ने सीसीटीवी फुटेज को अहम सबूत बताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से फुटेज दिए जाने की मांग भी की थी। लेकिन जब लंबा समय बीत जाने के बाद भी ना तो जांच हुई और ना ही फुटेज मिले तो उक्त महिला अधिकारी ने एमपी हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए जांच कराए जाने की मांग रखी।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह बात संज्ञान में आयी उक्त घटनाक्रम को लेकर गठित की गई दो अलग-अलग कमेटियां किसी न किसी तरह से प्रभावित हो रही है। कोर्ट ने जांच कमेटियों की रिपोर्ट पर सवाल खडे़ करते हुए डीजीपी को निर्देश दिए है कि एक एसआईटी गठित कर पूरे मामले की जांच करायी जाए। एसआईटी को 16 जून तक अपनी रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करना है।







