जबलपुर मेडिकल काॅलेज में बवाल: वार्डन- बाबू की करतूत, कार्रवाई न हो इसलिए नर्सिंग छात्राओं को आगे कर दिया
एनएसयूआई छात्र नेत्री का आरोप, जमकर मचा बवाल, मेडिकल डीन ने उच्चस्तरीय जांच का दिया आश्वासन
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल काॅलेज में उस वक्त बवाल मच गया जब एनएसयूआई छात्र नेत्री देवकी पटेल कार्यकर्ताओं के साथ वार्डन ज्वाला और बाबू आशीष लाल पर अब तक कार्रवाई नहीं होने पर डीन को ज्ञापन सौंपने पहंुची थी परंतु इस दौरान वार्डन और बाबू द्वारा नर्सिंग काॅलेज की छात्राओं को एकत्रित कर डीन आॅफिस में खड़ा कर दिया गया। घंटों मेडिकल काॅलेज में विरोध प्रदर्शन चला इसके बाद डीन डाॅक्टर नवनीत सक्सेना ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
एनएसयूआई की देवकी पटेल ने आरोप लगाते हुए बताया कि मेडिकल कॉलेज जबलपुर में पदस्थ नर्सिंग स्टाफ ज्वाला चैकीकर को एनएसयूआई द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद वार्डन इंचार्ज से 45 दिन पूर्व हटाए जाने के बाद भी आज दिनांक तक अवैध रूप से हॉस्टल में कब्जे जमाए रखने एवं नवनियुक्त वार्डन को इंचार्ज न दिए जाने तथा छात्रों को डरा धमका कर उनसे अपने स्वार्थ को लेकर प्रताड़ित किए जाने की घटना की खबर पर एनएसयूआई द्वारा मेडिकल पहुंच हॉस्टल से पूर्व वार्डन को बाहर करने की मांग करने को लेकर मेडिकल डीन डॉ नवनीत सक्सेना को शिकायत सौंपने पहुंची।
जहां पर भ्रष्टाचारी नर्सिंग स्टाफ ज्वाला चाकीकर एवं लिपिक आशीष लाल द्वारा छात्राओं को डरा धमका कर डीन ऑफिस लाकर उन्हें पुनः पद में वापस रखने को लेकर नारेबाजी कराई जाने लगी। एनएसयूआई द्वारा छात्रों के बीच पहुंचकर छात्रों को समझाएं देने का प्रयास किया गया तथा उनके भ्रष्टाचार से अवगत कराया गया तो तो लिपिक आशीष लाल के द्वारा संगठन पदाधिकारी से अब अभद्रता करते हुए शिकायत वापस लिया जाने को लेकर डराया धमकाया जाने लगा जिस पर दोनों गुटों के बीच झड़प होने की स्थिति को भांप कर पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को अलग कराया गया। जिसके बाद एनएसयूआई द्वारा मेडिकल डीन को समस्त प्रकरण से अवगत कराया गया जिसपर डीन द्वारा जल्द ही नवीन जांच कमेटी और कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।
बाबू-वार्डन ने दोनों मिलकर भ्रष्टाचार किया
एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव देवकी पटेल ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन द्वारा मेडिकल कॉलेज में पदस्थ लिपिक आशीष लाल तथा नर्सिंग स्टाफ ज्वाला चैकीकर के विरोध फर्जी तरीके से अनुभव प्रमाण पत्र प्राप्त किए जाने एवं आशीष लाल के द्वारा उक्त अनुभव प्रमाण पत्र प्रदान करने में भ्रष्टाचार किए जाने के संबंध में पूर्व में शिकायत दी गई थी। तथा उनके द्वारा मिली भगत से हॉस्टल मे भी अवैध गतिविधियों किए जाने के संबंध में शिकायत की गई थी। जिसके आधार पर इनके विरुद्ध जांच कमेटी गठित की गई तथा ज्वाला
चैकीकर को वार्डन इंचार्ज से हटा दिया गया था परंतु 45 दिन के बाद भी ज्वाला चैकी कर के द्वारा हॉस्टल में अवैध कब्जा जमाए रखने तथा नई वार्डन को चार्ज ना दिया जाने एवं चार्ज मांगने पर नवीन वार्डन को आत्महत्या के प्रयास में फसाए जाने की धमकी दिए जाने तथा छात्रों को अपने समर्थन में भड़काए जाने की शिकायत पर एनएसयूआई द्वारा मेडिकल डीन से इस संबंध में शिकायत कर हॉस्टल खाली कराए जाने की मांग को लेकर डीन ऑफिस के बाद प्रदर्शन किया जा रहा था, जिसकी खबर पूर्व वार्डन ज्वाला चैकी कर को लगने पर वह और आशीष लाल हॉस्टल के कुछ छात्रों को डरा कर अपने साथ डीन ऑफिस लाकर अपने समर्थन में नारेबाजी कराई जाने लगी एनएसयूआई द्वारा जब इस संबंध में छात्रों से बात की गई तो उनके द्वारा बीच में आकर शिकायत वापस लेने लेने और तथा यह कहते हुए धमकाया जाने लगा के मेडिकल से बाहर निकल जाओ वर्ना हम अपने पर आ गए तो यहां से वापस नहीं जा पाओगे
जिसका हमारे द्वारा कड़ा विरोध किया गया जिस पर पुलिस द्वारा बीच बचाव करते हुए दोनों पक्षों को अलग करते हुए हमें डीन ऑफिस ले जाया गया। हमारे द्वारा मेडिकल डीन नवनीत सक्सेना जी को ज्वाला और आशीष के विरुद्ध समस्त तथ्य एवं शिकायत से अवगत कराया गया जिस पर डीन महोदय द्वारा वहीं पर उपस्थित ज्वाला सिंह को कड़ी चेतावनी देते हुए जल्द से जल्द हॉस्टल खाली करने एवं महाविद्यालय में माहौल अशांतित किए जाने को लेकर फटकार लगाई गई। तथा नवीन कमेटी का गठिन कर ज्वाला चैकीकर और आशीष लाल के विरुद्ध जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई पूर्व जिला उपाध्यक्ष अदनान अंसारी, प्रतीक गौतम, इंद्रजीत कुशवाहा, प्रियांश पटेल, सौरभ कुशवाहा, शाहनवाज अंसारी, सक्षम यादव, एजाज अंसारी आदि उपस्थित थे।