पीएम तो अपना काम कर गए, कांग्रेस की तरफ से कौन दिखाएगा हिम्मत
दोनों प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार चरम पर, स्टार प्रचारकों की बेरूखी से कांग्रेस को झटका

जबलपुर, यशभारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबलपुर में रोड शो कर अपने प्रत्याशी के लिए काम कर दिया है परंतु कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में से एक ने भी जबलपुर आने की हिम्मत नहीं जुटाई है। जिनको जबलपुर की जिम्मेदारी दी गई है उनके तरफ से सोशल मीडिया तक में कांग्रेस प्रत्याशी की फोटो तक शेयर नहीं की जा रही है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जबलपुर में कांग्रेस को प्रत्याशी के भरोसे ही छोड़ दिया गया है।
पीएम-जेपी नडडा ने कार्यकर्ताओं पर फूंकी जान
गत दिवस शहर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रोड शो से भाजपा का बड़े से लेकर छोटा कार्यकर्ता उत्साहित हो गया है। आलम यह है कि अब जीत की नहीं जीत का बड़ा अंतर बनाने के लिए अब कार्यकर्ता जुटेंगे। भले ही पीएम श्री मोदी ने रोड शो में अपना संबोधन नहीं दिया मगर अपने ट्वीड के जरिये उन्होंने जबलपुर से जुड़ाव दिखा दिया है। उनकी आमसभा का प्रोग्राम शहर में नहीं था मगर इसके बाद भी वे रोड शो से हर भाजपा कार्यकर्ता में गजब का उत्साह जगा गए हैं। गत सप्ताह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यही बात कही थी कि अब जीत नहीं जीत के अंतर के लिए भाजपा कार्यकर्ता काम करेंगे।
कांग्रेस स्टार प्रचारक कब मागेंगे वोट
कांग्रेस प्रत्याशी का जिस तरह से चुनाव प्रचार चल रहा है है उससे लगने लगा है कि सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। स्टार प्रचारक तो छोड़ों शहर के बड़े नेता भी उनके प्रचार में नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ नेता तो ऐसे हैं जो विधानसभा चुनाव हार के बाद घर बाहर नहीं निकलें। नामांकन रैली में भी राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को छोड़ दिया जाए तो कोई बड़ा नेता पहंुचा था।
पीएम मोदी के नाम पर चुनाव
इधर भाजपा का संगठन चुनाव में ही नहीं बाकी समय भी एक्टिव होता है लिहाजा लोकसभा सीट के सभी बूथों पर उनकी टीम एक्टिव है। बूथ समिति, वार्ड समिति, मंडल समिति के जरिये हर मतदाता तक उनकी पहुंच देखी जा रही है। इस पर पीएम कह गए हैं कि हर परिवार में जाकर मोदी की राम- राम कहें। भाजपा अलग हैं ऐसा लग रहा है कि चुनाव सिर्फ पीएम श्री मोदी के नाम पर लड़ा जा रहा है। हर कार्यकर्ता उनकी ही उपलब्धियों पर बात कर रहा है। पिछला लोकसभा चुनाव भी मोदी के नाम पर ही लड़ा गया था। भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर नेता तक जीत के प्रति शत प्रतिशत आश्वस्त नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि विगत चुनाव राकेश सिंह करीब 4 लाख मतों से अधिक से जीते थे।