
भोपाल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कार्यालय में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की । पत्रकार कॉलोनी स्थित एनएचएम ऑफिस के गेट पर बने गार्ड रूम में दो कर्मचारियों को दस हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के बाद एनएचएम ऑफिस में हडकंप मच गया।
गार्ड रूम में एंट्री करने वालों ने खुद को बताया एनएचएम का कर्मचारी
लोकायुक्त की कार्रवाई में रिश्वत लेते पकडे़ गए कर्मचारियों ने खुद को एनएचएम में पदस्थ बताया था। ये दोनों कर्मचारी आउटसोर्स कंपनी के जरिए एनएचएम ऑफिस के गेट पर बने गार्ड रूम में आने-जाने वालों की एंट्री करते थे। नीमच में टीबी प्रोग्राम के निलंबित लैब टेक्नीशियन को बहाल कराने के नाम पर इन कर्मचारियों ने खुद को एनएचएम में किरण सिंह ने कार्यालय सहायक और नितिन पाल ने खुद को बाबू बताया था। और काम कराने के एवज में पैसे मांगे थे।हालांकि लोकायुक्त के अफसरों का दावा है कि इनके पीछे एनएचएम के कुछ और कर्मचारी शामिल हो सकते हैं जांच के बाद और भी कार्रवाई की जा सकती है।
एक लाख मांगी थी रिश्वत
लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि नीमच में क्षय रोग कार्यक्रम के लैब टेक्नीशियन शेख हारुन से तीन दिन पहले 25 फरवरी को किरण सिंह और नितिन पाल ने 10 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता शेख हारून को ड्यूटी से गैरहाजिर रहने के कारण 3 मार्च 2021 को सस्पेंड़ किया गया था। उसकी बहाली का मामला एनएचएम में लंबित है। इस मामले को लेकर दोनों कर्मचारियों ने एक लाख रिश्वत मांगी थी। लैब टेक्नीशियन की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने एनएचएम ऑफिस में दोनों कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।