हारी हुई सीटों पर 4 माह पहले उम्मीदवार घोषित कर कांग्रेस से आगे निकली भाजपा

JABALPUR NEWS: जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से आगे निकलते हुए 39 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। संभवत: पहली बार होगा जब भाजपा ने टिकट वितरण में इतनी जल्दबाजी दिखाई है। जो भी हो लेकिन एक बात तय है कि भाजपा ने पूरी प्लानिंग और रणनीति बनाकर हारी सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए है। एक चर्चा ये भी है कि भाजपा ने डैमेज कंट्रोल से निपटने के लिए पहले प्रत्याशी घोषित का ब्रम्हास्त्र छोड़ा है। इससे भाजपा एक तीर से दो निशाना साधना चाह रही है। पहला निशाना घोषित प्रत्याशी को चुनाव प्रचार का पर्याप्त मौका देना साथ ही इन सीटों से दावेदारी पेश करने वाले नेताओं को शांत करना है। इधर कांग्रेस भी ऐसे सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने की तैयारी कर रही है जहां से भाजपा के विधायक है।JABALPUR NEWS:

साउथ की टीम ने किया था सर्वे
JABALPUR NEWS: जानकर कहते हैं भाजपा का केंद्रीय संगठन हर परिस्थिति में आगामी विधानसभा चुनाव में जीत चाहता है इसलिए जबलपुर में साऊथ की एक टीम द्वारा सर्वे कराया गया था। साऊथ की सर्वे टीम ने सबसे पहले पूर्व और बरगी में सर्वे किया और उसकी रिपोर्ट संगठन को सौंपी जिसके बाद भाजपा केंद्रीय संगठन ने जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में 39 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए।

वंशवाद- उम्र को दरकिनार किया
JABALPUR NEWS: भाजपा लगातार कहती नजर आ रही थी कि वंशवाद और उम्र को देखकर ही उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा परंतु 39 सीटों पर भाजपा ने इन दोनों चीजों को भुला दिया। अधिकांश सीटों पर वंशवाद और उम्रदराज नेताओं को प्रत्याशी बनाया गया है। भाजपा के अंदरखानों में ये भी चर्चा है कि सरकार बनाने के लिए भाजपा वंशवाद और उम्र के बंधन को फिलहाल टाल दिया है।
प्रशासनिक अमला असमंजस में
JABALPUR NEWS: भाजपा की जल्दबाजी ने प्रशासनिक अमला को असमंजस में डाल दिया है। अधिकारी इस बात को लेकर हैरान है कि वर्तमान विधायक की सुने या फिर सत्ताधारी उम्मीदवार की। क्योंकि वर्तमान विधायक और भाजपा उम्मीदवारों ने अपना-अपना चुनाव प्रचार का खाका तैयार कर लिया है कुछ कार्यक्रम तो एक साथ होंगे इससे अधिकारी परेशानी में है।

भाजपा की रणनीति का हिस्सा तो नहीं
JABALPUR NEWS: इधर जल्द उम्मीदवार घोषित करने के पीछे का कारण भाजपा की लंबी रणनीति बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि भाजपा जल्द उम्मीदवार घोषित कर कांग्रेस के सामने मुश्किलें खड़ा करना चाहती है हो सकता है कि बीजेपी ऐन मौके पर उम्मीदवार बदल भी सकती है।