माध्यमिक शिक्षक काउंसलिंग में गड़बड़ी : पदक्रम सूची 19 में नंबर के शिक्षक को बना दिया उच्च माध्यमिक शिक्षक
जबलपुर शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षक काउंसलिंग में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है ऐसे शिक्षक को उच्चतर माध्यमिक शिक्षक बना दिया गया जो पाठ्यक्रम की सूची में 19 में नंबर पर था । सबसे हैरानी की बात यह है कि पूरे मामले में काउंसलिंग करने वाले अधिकारियों ने विभाग की वरिष्ठ अधिकारियों को अंधेरे में रखा और यह बता दिया कि जो भी हुआ है सारे नियमों के तहत हुआ । इस मामले का खुलासा उसे वक्त हुआ जब योग्य शिक्षको ने एक शिकायत स्कूल शिक्षा विभाग के आयुक्त तक पहुंचा दी ।शिकायत में शिक्षकों ने कहा है कि जबलपुर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मिली भगत कर काउंसलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रखी है और यही वजह है कि अयोग्य शिक्षक को मनचाहा स्थान मिल गया है। इस संबंध में संभागीय संचालक लोक शिक्षण प्राचीस जैन का कहना है की मामले की जानकारी प्राप्त हुई है कहां कैसे गड़बड़ी हुई है इसका पता लगाया जाएगा काउंसलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रखी गई है तो निश्चित तौर पर उसको निरस्त किया जाएगा किसी भी शिक्षक के साथ अहित न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
कहां हुई गड़बड़ी ऐसे समझें
उच्च पद प्रभार की काउंसलिंग हुई उसमें हाईकोर्ट के निर्देश पर पदक्रम सूची को 100 प्रतिशत को अपडेट करना था परंतु बिना अपडेट किए सैंकड़ों गलतियों के बाद काउंसलिंग की गई जिसमें अनेक शिक्षकों का सीनियर होते हुए भी सही जानकारी अपडेट नहीं की गई जिसके कारण उनसे जूनियर शिक्षक को नगर या आसपास में स्थान मिल गया और सीनियर शिक्षक इस प्रक्रिया से वंचित रह गए। उनसे अधिकारियों द्वारा असहमति पत्र ले लिया गया जिससे भविष्य में ही स्थान नहीं बनेगा इसी क्रम में माध्यमिक शिक्षक गणित की काउंसलिंग पदक्रम सूची में नंबर 3 में अंकित माध्यमिक शिक्षक मनीष पटेल सुंदरपुर माध्यमिक स्कूल में पदस्थ है जो आयोग्य था और अधिकारियों की जानकारियों में था। इसे दो घंटे बाद निरस्त कर दिया गया। इस विषय में अधिकारियों को पूरी जानकारी थी मगर जानबूझकर शिक्षक को पहले सालीवाडा स्कूल में स्थान दे दिया गया। इसके बाद 4 से लेकर 18 नंबर तक माध्यमिक शिक्षक अस्वीकृत पत्र लिखवा लिया गया और दो घंटे बाद अपने चहेते माध्यमिक शिक्षक जो जबलपुर जिले की पदक्रम सूची में 19 वें स्थान पर था उसे सालीवाड़ा माध्यमिक स्कूल दे दिया गया। इसी तरह अंग्रेजी विषय की काउंसलिंग में भी गड़बड़ी हुई उसकी जांच कराई जाए।