चुनाव के ठीक पहले भाजपा में अंदरूनी कलह :- नगर संगठन की अध्यक्ष के खिलाफ बगावत
कार्यप्रणाली की आड़ में टिकट की लड़ाई, पश्चिम सीट है जड़ में
जबलपुर, यश भारत। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी की अंदरुनी कलर खुलकर सामने आ गई है। भारतीय जनता पार्टी के दो दर्जन नेताओं ने नगर अध्यक्ष के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के मुताबिक भाजपा के दो नगर महामंत्री तीन नगर उपाध्यक्ष सहित अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारियो द्वारा प्रदेश संगठन को एक पत्र भेजा गया है। जिसमें वर्तमान नगर अध्यक्ष प्रभात साहू की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े करे गए हैं। जिसमें मुख्य बात यह है कि प्रभात साहू पश्चिम विधानसभा सीट पर अपना ध्यान केंद्रित करे हुए हैं और वह पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी को कार्यक्रम की कोई भी सूचना नहीं देते हैं। यह पत्र पश्चिम विधानसभा सीट से राकेश सिंह का नाम घोषित होने के पहले लिखा गया था। जब प्रभात साहू का नाम इस सीट पर दावेदार के रूप में चल रहा था। लेकिन टिकट सांसद राकेश सिंह को मिलने के बाद अब यह पत्र लीक हो गया है।
खुलकर सामने आ रहे विवाद
इस पूरे विवाद की धुरी में कहीं न कहीं पश्चिम विधानसभा सीट है। जिसको लेकर भाजपा नगर अध्यक्ष अपनी दावेदारी कर रहे थे । जब की संसद राकेश सिंह को यह सीट दे दी गई तो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से नगर अध्यक्ष की नाराजगी भी सामने आ रही है। दो दिन पहले ही मदन महल फ्लाईओवर के एक हिस्से के हुए लोकार्पण कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष प्रभात साहू मौजूद नहीं थे। जबकि वह थोड़ी देर पहले ही एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री की आगमनी करते हुए देखे गए थे। ऐसे में इस पत्र का सामने आना कहीं ना कहीं चुनावी गणित की ओर भी इशारा कर रहा है । साथ ही साथ जिन नेताओं के इस पत्र में हस्ताक्षर है उनमें से ज्यादातर सांसद के करीबी और प्रभात साहू के विरोधी माने जाते हैं।
ज्यादातर की हां, तो कुछ का इनकार
प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को लिखे गए पत्र के विषय में जिन 24 भाजपा नेताओं के नाम है। उनमें से कुछ ऐसे भी नेता है जो खुलकर बगावत की बात स्वीकार कर रहे हैं। तो कुछ नाम ऐसे भी है जिन्होंने पत्र में अपने हस्ताक्षर को स्वीकार नही किया है, और इसे पूर्णता फर्जी करार दिया है। लेकिन जो नेता इस बगावत को स्वीकार कर रहे हैं उनका स्पष्ट कहना है कि इस पत्र में जितने भी हस्ताक्षर किए गए हैं वे सभी के सभी उक्त नेताओं के द्वारा ही करे गए हैं। साथ ही उन्होंने इस पत्र में अपनी सहमति भी प्रकट की थी। लेकिन पत्र लीक हो जाने के कारण अब पीछे हट रहे हैं। इस विषय में पत्र को लेकर सहमति प्रकट करने वाले नेताओं ने आधिकारिक रूप से कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया और कहा कि पत्र हमारे द्वारा लिखा गया है लेकिन यह संगठन का विषय है ऐसे में सार्वजनिक रूप से इस विषय पर कोई भी चर्चा नहीं करेंगे।
बना था व्हाट्सएप ग्रुप
इस पूरे मामले में यश भारत को जानकारी मिली है कि एक व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किया गया था। जिसमें पत्र पर साइन करने वाले सभी लोगों को शामिल किया गया था। जहाँ इस विषय की पूरी रूप रेखा तैयार की गई थी साथ ही साथ कुछ नेताओं द्वारा पत्र जिन-जिन वरिष्ठ नेताओं को भेजा गया था उसके स्क्रीनशॉट भी शेयर किए गए थे। लेकिन मामला सार्वजनिक हो जाने के बाद इस में से कुछ नेता लेफ्ट हो गए वहीं कुछ नेता अभी भी इस ग्रुप में बने हुए हैं।
वर्जन
यह कोई नई बात नहीं है, बहुत सारे लोग हैं जो मेरे विषय में एक मुहिम चला रहे हैं। इस को लेकर मैं संगठन व माननीय मुख्यमंत्री जी को पूर्व में भी अवगत कराया था। यह एक सोची समझी राजनीति का हिस्सा है और कुछ भी नहीं है।
प्रभात साहू
नगर अध्यक्ष
भाजपा