भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चीन ने की मध्यस्थता की पेशकश
संयम बरतने की अपील

बीजिंग/नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच चीन ने चिंता व्यक्त करते हुए दोनों पड़ोसी देशों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की है। इसके साथ ही चीन ने इस मामले को सुलझाने में रचनात्मक भूमिका निभाने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने की पेशकश भी की है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने गुरुवार, 9 मई को बीजिंग में एक बयान जारी कर कहा कि चीन मौजूदा घटनाक्रम से चिंतित है और आतंकवाद के हर रूप का विरोध करता है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों से संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करते हुए, शांति और स्थिरता के हित में काम करने तथा ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह किया जिनसे तनाव बढ़ सकता है।
लिन जियान ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं और रहेंगे, और वे दोनों चीन के भी पड़ोसी हैं। उन्होंने कहा कि चीन मौजूदा तनाव को कम करने के प्रयासों में सहयोग करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।
इससे पहले, 7 मई को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान स्थित ठिकानों पर किए गए सैन्य हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसे “अफसोसजनक” बताया था।
गौरतलब है कि चीन के भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ संबंध हैं। जहां एक ओर भारत के साथ उसके सीमा विवाद और सामरिक प्रतिस्पर्धा है, वहीं पाकिस्तान के साथ उसकी गहरी दोस्ती और CPEC जैसे बड़े आर्थिक निवेश हैं। जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान में अस्थिरता चीन के बड़े निवेशों के लिए खतरा पैदा कर सकती है, यही वजह है कि चीन इस तनाव को कम करने में रुचि दिखा रहा है। चीन की इस पेशकश को क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक कूटनीतिक प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।