जबलपुर में विक्टोरिया अस्पताल का नाम सुनते ही एमएमबीएस डॉक्टरों का माथा ठनकता हैै- ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित रहने वाले 10 डॉक्टर्स को नोटिस जारी

जिला अस्पताल विक्टोरिया की कैजुअल्टी में मरीजों को देखने से कतरा रहे एमबीबीएस डॉक्टर्स
ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित रहने वाले 10 डॉक्टर्स को नोटिस जारी, 2 दिन में जवाब प्रस्तुत करने किया निर्देशित
जिला अस्पताल मेडिकल ऑफिसर के 28 में से 24 पद अभी भी पड़े हैं खाली
जबलपुर,यशभारत। जिला अस्पताल विक्टोरिया की कैजुअल्टी में ड्यूटी करने इन दिनों एमबीबीएस डॉक्टर्स अपना माथा पकड़ रहे हैं। आलम यह है कि विक्टोरिया की कैजुअल्टी में ड्यूटी लगने के बाद भी यहां से डॉक्टर्स नदारद हैं और दूसरी तरफ मरीज दर्द से कराहते हुए परेशान होते दिखाई दे रहे हैं। सरकारी अस्पताल की इस बदहाल व्यवस्था में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करवाने की बात पर सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने खुद माना है कि वे बिना बताए गायब हुए 10 डॉक्टर्स की अनुपस्थिति के कारण आकस्मिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।
इन 10 डॉक्टर्स को सीएमएचओ ने नोटिस जारी कर दो दिन के अंदर जवाब प्रस्तुत करने कहा है। उधर सिविल सर्जन डॉ. मनीष मिश्रा ने कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को पत्र लिखकर लापरवाह डॉक्टर्स पर कार्यवाही करने की मांग की है। सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि जिला अस्पताल विक्टोरिया में अभी मेडिकल ऑफिसर के 28 पद हैं जिनमें अभी 4 पद बस भरे हैं जबकि 24 पद रिक्त पड़े हुए हैं।
1 से 15 मई तक लगाई गई थी ड्यूटी
प्रदेश सरकार के निर्देश पर अभी 1 मई से 15 मई के बीच जिला अस्पताल विक्टोरिया की कैजुअल्टी में 20 एमबीबीएस डॉक्टर्स और 5 जूनियर क्लास-1 डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई गई थी जिससे आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित न हो। लेकिन 10 डॉक्टर्स की लापरवाही के रवैये के कारण हम कैजुअल्टी में आकस्मिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाए हैं।
मप्र सरकार ने दिए हैं स्पष्ट निर्देश
मध्यप्रदेश सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि जिन-जिन शासकीय अस्पतालों की कैजुअल्टी में डॉक्टरों की कमी होती है तो वहां तुरंत शहरी क्षेत्र के एमबीबीएस डॉक्टर्स और जूनियर डॉक्टर क्लास-1 की ड्यूटी लगाई जाए। जिससे मरीज को मिलने वाली सुविधाएं बाधित न हों।
ये है सरकार का नियम..
सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार मध्यप्रदेश शासन का निर्देश है कि कोई डॉक्टर्स लापरवाही करता है उसे 3 बार नोटिस जारी किए जाएं। इसके बाद भी अगर संतुष्ट जवाब सामने नहीं आता है तो संबंधित डॉक्टर्स की सेवाएं समाप्त कर दी जाएं।
इन डॉक्टर्स को जारी किए गए नोटिस
सिविल सर्जन डॉ. मनीष मिश्रा ने बताया कि जिला अस्पताल विक्टोरिया के आकस्मिक चिकित्सा कक्ष का औचक निरीक्षण करने पर बिना सूचना के अनुपस्थित रहे 10 डॉक्टर्स को नोटिस जारी किए गए हैं। जिनके नाम डॉ. पल्लवी ठाकुर, डॉ. राजेश अहिरवार, डॉ. साक्षी निगम, डॉ. नितिन यादव, डॉ. विशाखा सिंह, डॉ. लुकमान खान, डॉ. शुभी दुबे, डॉ. मोहम्मद विलाल फारूखी, डॉ. मुकेश कुमार सोनी, डॉ. संदीप शुक्ला हैं।
कैजुअल्टी के बदहाल सिस्टस से पुलिस भी परेशान
जिला अस्पताल विक्टोरिया की कैजुअल्टी में इन दिनों डॉक्टर्स नहीं मिलने से मरीज दर्द से कराहते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं पुलिस भी इस बदहाल सिस्टम से परेशान होते दिख रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस कर्मी ने बताया कि आपराधिक प्रकरणों में आरोपियों और घायलों का मुलाहिजा कराने जब वे विक्टोरिया अस्पताल आते हैं तो कैजुअल्टी में कोई डॉक्टर उपस्थित नहीं रहता जिसके कारण उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है।