स्वास्थ्य विभाग का दावा, मच्छर नहीं रोक पा रहा नगर निगम कहने के बाद भी फॉगिंग नहीं
डेंगू-मलेरिया की दहशत से भयभीत हुआ शहर, जिम्मेदारों को फिक्र नहीं


जबलपुर, यशभारत। डेंगू-मलेरिया से लड़ने के लिए सिर्फ स्वास्थ्य विभाग को मैदान पर झोंक दिया गया है, बाकि जिम्मेदार विभाग के अधिकारी बैठक में सहयोग करने का ढींढोरा पीटने के बाद दो दिन बाद सब भूल जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि शहर में फॉगिंग पूरी तरह से बंद है जबकि बैठक में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों को निवदेन के साथ कहा गया था कि डेंगू और मलेरिया को रोकना है तो फॉगिंग मशीन के माध्यम से दवा का छिड़काव जरूरी है। परंतु नगर निगम दवा छिड़काव में फिसडडी साबित हुआ नतीजा ये हो रहा है कि डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं।
बैठक में दिए निर्देश बेअसर
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते दिनों कंेट बोर्ड, व्हीएफजे, नगर निगम सहित अन्य अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में चिंता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि 15 दिन तक मेहनत से मच्छरों को रोकना है अगर मच्छर कम होते हैं तो निश्चित रूप से मलेरिया और डेंगू के मरीज कम आएंगे। परंतु बैठक में सभी अधिकारियों ने सहमति दी लेकिन आज तक मच्छरों को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए गए।
400 आशा कार्यकर्ताओं को दी गई ट्रेनिंग
एक ओर जहां पूरे विभाग लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलावाड़ कर रहे हैं तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग सीमित संसधानों में बीमारियों को फैलने से रोकने में जुटा है। स्वास्थ्य विभाग अर्बन की 400 आशा कार्यकर्ताओं को डेंगू-मलेरिया से संबंधी ट्रेनिंग दी है। इसके बाद आशा कार्यकर्ता घर-घर पहंुचकर लोगों से बात कर रिपोर्ट तैयार करंेगी।
स्क्रीनिंग डेंगू टेस्ट करवाया जा रहा है
सीएचएमओ डॉ संजय मिश्रा का कहना है बुखार होने के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लगभग सभी मरीज का स्क्रीनिंग डेंगू टेस्ट करवाया जा रहा है। निजी अस्पताल अपने स्तर पर स्क्रीनिंग टेस्ट करवाते है। किसी भी व्यक्ति का मैक-एलिसा टेस्ट नहीं हुआ था। स्क्रीनिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए 80 प्रतिशत नमूने मैक-एलिया टेस्ट में नेगेटिव पाये जाते है। मैक-एलिसा टेस्ट की रिपोर्ट को अधि
एक नजर
स्वास्थ्य विभाग के पास पांच बड़ी फॉगिंग मशीन
धुआं फैलाने वाली छोटी मशीनें 40-45
हैंड स्प्रे और फॉगिंग मशीन के लिए 8 टीम
एक टीम में रहते हैं 4-5 कर्मचारी
कार्यक्रम तक सिमटा दवा का छिड़काव
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बेहद है। जिसके कारण रोजाना कीटनाशक दवा का छिडकाव व फॉगिंग मशीन नहीं चलवाई जा रही। विभाग द्वारा सिर्फ आयोजन स्थलों पर दवा के छिड़काव पर फोकस किया जा रहा है।
गंदगी से बढ़ रहे मच्छर
शहर के यादव कॉलोनी, स्नेह नगर, रानीताल, राइट टाउन, शीतलपुरी सहित अन्य क्षेत्रों में लोग मच्छरों से परेशान हैं। यहां के रहवासियों ने बताया कि जगह-जगह गंदगी फैली होने से मच्छरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कॉलोनियों की नाली में सिल्ट जमी है। गंदे पानी कि निकासी नहीं हो पा रही। ऐसे में मच्छर के लार्वा पैदा हो रहे हैं।
इनका कहना है
डेंगू के मरीज नहीं बढ़ रहे हैं जो रिपोर्ट आई वह 18 तारीख से अब तक की है। स्वास्थ्य विभाग का पूरा अमला डेंगू-मलेरिया को रोकने के लिए लगा हुआ है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
डॉक्टर राकेश पहारिया, जिला मलेरिया अधिकारी