अध्यात्म

आपने कभी सोचा की खतरे के संकेत में लाल रंग को ही क्यों चुना जाता है? क्या है इसका इतिहास आइये जानते है 

आपने कभी सोचा की खतरे के संकेत में लाल रंग को ही क्यों चुना जाता है? क्या है इसका इतिहास आइये जानते है। जी हाँ अपने कहि भी कोई खतरा देखा तो वह पर लाल संकेत जरूर होता है आखिर क्या है इसके पीछे का राज यदि आपको हो जानना तो हमारी पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़े आपके सवाल का जवाब यहाँ दिया जायेगा। खतरे के निशान शब्द जब भी सुना जाता है हमेशा एक ही कलर दिमाग में आता है लाल रंग आपको बता दे की लाल रंग हमेशा से खतरे के संकेत के रूप में देखा गया है। यहां तक कि ट्रैफिक लाइट में भी रुकने के लिए लाल रंग का प्रयोग किया गया।

आपने कभी सोचा की खतरे के संकेत में लाल रंग को ही क्यों चुना जाता है? क्या है इसका इतिहास आइये जानते है 

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आपने कभी सोचा की खतरे के संकेत में लाल रंग को ही क्यों चुना जाता है? क्या है इसका इतिहास आइये जानते है

आप जानते है 40 हजार साल पुराना है ये लाल रंग

आपको बता दे की लाल रंग का इतिहास लगभग 40 हजार साल पुराना है। लाल रंग का उपयोग पहले शिकारी और कलाकार दीवारों पर पेंटिंग के लिए किया करते थे। यही वजह है कि गुफाओं की दीवारों पर सदियों पुरानी जो पेंटिंग्स मिली हैं उन्हें लाल रंग से बनी होती है। ऐसा माना जाता है की पेलोथेटिक लोग अपने यहां मरने वाले परिजनों के शवों को लाल रंग के पाउडर से पेंट कर देते थे। वो ऐसा उनकी आत्मा को बुरी आत्माओं से बचाने के लिए करते थे।

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आपने कभी सोचा की खतरे के संकेत में लाल रंग को ही क्यों चुना जाता है? क्या है इसका इतिहास आइये जानते है

लाल रंग का संकेत

लाल रंग को लेकर कहा जाता है कि इसमें हवा के अणुओं द्वारा सबसे कम प्रकीर्णन होता है, जिसकी वजह से ये रंग काफी दूर से ही नजर आते है, इसके साथ ही इस रंग में तरंगदैर्घ्य अन्य रंगों के मुकाबले सबसे ज्यादा होती है। आपने देखा होगा जब कोई बिल्डिंग या टावर बहुत ऊंचा बनाया जाता है तो उसके सबसे ऊपरी हिस्से पर एक लाल रंग की लाइट लगा दी जाती है, ताकि हवाई जहाजों को उस बिल्डिंग की ऊंचाई का संकेत मिल सके और कोई दुर्घटना ना हो

लाल रंग को शुभ भी माना जाता है जाने

आपने देखा होंगा लाल रंग सिर्फ खतरे के निशानी के तौर पर ही नहीं देखा जाता है। पश्चिमी सभ्यता में इसे प्रेम के रंग के तौर पर जाना जाता है। वहीं एशियन कल्चर में इस रंग को भाग्य और खुशी के तौर पर जाना जाता है। आपको ध्यान होगा कि जब भारत में शादियां होती हैं तो दुल्हन के लिए जो सुहागन का जोड़ा बनता है वो लाल रंग का होता है।

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