
जबलपुर, । केनरा बैंक के अधिकारी कर्मचारियों ने मिलकर फर्जी तरीके से लोन पास कर दिया और बैंक को करोड़ों का चूना लगा दिया। जिसके केनरा बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर की शिकायत के बाद ईओडब्लयू ने मामले को जांच में लिया। अब इस मामले में ईओडब्ल्यू शिकायत जांच के उपरांत धारा ४०९, ४२०, ४६७, ४६८,४७१, १२०बी तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ संशोधित २०१८ की धारा ७ सी के तहत अपराध पंजीबध किया है। एसपी ईओडबल्यू आरडी भारद्वाज ने बताया कि गणेश चन्द्र सरकार असिस्टेंट जनरल मैनेजर केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर ने शिकायत में सुनील कुमार दुबे केनरा बैंक शाखा गोटेगांव निवासी एनसीएल सिंगरौली, मनिराज पटेल शाखा प्रबंधक केनरा बैंक शाखा गोटेगांव निवासी इंदौर, गिरीश कुम्भारे प्रबंधक केनरा बैंक शाखा गोटेगांव निवासी भोपाल,राहुल लोखारे प्रोवेशनरी ऑफिसर केनरा बैंक शाखा गोटेगांव निवासी मुरैना द्वारा वर्ष २०२०-२०२१ में केनरा बैंक की गोटेगांव शाखा जिला नरसिंहपुर में २९७ लाख रुपए की धोखाधड़ी कर अवैध रूप से लाभ कमाने के आरोप लगाए थे।
उक्त शिकायत की जांच डीएसपी एवी सिंह को दी गई थी। संपूर्ण जांच उपरांत शिकायत के साथ संलग्न दस्तावेज केनरा बैंक शाखा गोटेगांव से प्राप्त दस्तावेज के अवलोकन से एवं वर्तमान ब्रांच मैनेजर केनरा बैंक शाखा गोटेगांव के कथनों से यह स्पष्ट है कि केनरा बैंक शाखा गोटेगांव के बैंक अधिकारी-कर्मचारियों ने कदाचार और ऋण स्वीकृति और वितरण में बहुत सी क्रेडिट अनियमितताएं गड़बड़ी कर्मचारियों के खातों में बहुत सी अनियमितताएं कर्मचारियों के करीबी रिश्तेदारों और विशेष रिपोर्ट में रिपोर्ट किए गए कर्मचारियों/ ग्राहकों के करीबी रिश्तेदारों – ग्राहकों के खातों के बीच कई नकद जमा और कई फंड ट्रांसफर किए गए हैं। शाखा में काम करने वाले उपर्युक्त अपराधी कर्मचारी बैंक के निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुसार काम नहीं कर रहे थे। वित्तीय लाभ के लिए धोखाधड़ी और जालसाजी की है। चेक के बिना लेनदेन किए गए थे, ट्रांसफर डेबिट स्लिप पर ग्राहक के कोई हस्ताक्षर नहीं पाए गए। खाता खोलने के फॉर्म ग्राहक के हस्ताक्षर के बिना पाए गए दोषी कर्मचारियों के खाते और उनके निकट संबंधियों के बीच अवैध लेन देन किया गया है।