पिता का दर्द, बेटी को 5 लोगों ने तड़पा-तड़पा कर मारा सिर्फ एक को जेल भेजा
केंट पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल, न्याय पाने दर-दर भटक रहा है एक पिता

जबलपुर, यशभारत। बेटी घर की लक्ष्मी होती है, ऐसा माना जाता है कि जिस घर में बेटी नहीं होती है उस घर में रौनक नहीं होती है, एक पिता के लिए उसकी बेटी स्वाभिमान, उसकी शक्ति है, परंतु जब उसी बेटी का दहेज के लिए गला घोंट दिया जाए तो उस पिता पर क्या व्यतीत होगी यह कोई नहीं जान सकता। कुछ ऐसा ही हुआ है गोरखपुर गुरूद्वारा के सामने रहने वाले रामनाथ मलिक के साथ।
घरों में साफ-सफाई कर मजदूरी से परिवार को भरण भोषण करने वाले रामनाथ मलिक ने साल 2023 मई में अपनी होनहार बेटी खुशी का विवाह कटंगा टीबी टावर के पास रहने वाले श्याम पासी के साथ कर दिया। शादी के वक्त तो सब सही था परंतु दिन बीतने के साथ बेटी के ससुराल पक्ष के लोगों ने रंग दिखाना शुरू कर दिया बेटी को रोजाना दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाना लगा, और इन्हीं प्रताड़ना के चलते एक दिन बेटी अपने ससुराल में फांसी पर लटकी नजर आई। ससुराल पक्ष ने बहू की मौत को आत्महत्या बताया परंतु पिता ये मानने तैयार नहीं थे। पिता का आरोप था कि सास-ससुर, देवर और नंनद बेटी का गला दबाकर मारा है।
दामाद को आरोपी बनाकर पुलिस ने दबा दी फाइल
चेहरे पर सिकन और न्याय पाने की आस में दर-दर भटक रहे पिता रामनाथ मलिक का आरोप है कि बेटी को पांच लोगों ने तड़पा-तड़पाकर मारा है परंतु केंट पुलिस ने सिर्फ दामाद श्याम पासी को आरोपी बनाकर मामले की फाइल दबा दी हैै। अब पुलिस तो इस मामले में चर्चा भी नहीं करना चाहती है।
19 जनवरी को फांसी लगाने की जानकारी दी गई
पिता रामनाथ मलिक ने बताया कि 19 जनवरी को दामाद द्वारा सूचना दी गई कि बेटी खुशबू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मैं पूरे परिवार के साथ बेटी के ससुराल पहंुचा और मृत बेटी को देखा तो ऐसा लगा जैसे उसकी हत्या की गई हो गले में निशान थे पुलिस को इस बारे मंे बताया तो वो मानने तैयार नहीं थे। इसके साथ ही पुलिस कर्मियों ने भी माना है कि जब आत्महत्या की गई थी तो उसके शव को घर वालों को नीचे नहीं उतारना था पुलिस की मौजदूगी में ही शव को नीचे उतारा जाना था।
3 लाख के पीछे मार दिया बेटी को
पिता का आरोप है कि बेटी की शादी के समय हैसियत के हिसाब से दहेज दिया था परंतु कुछ समय बाद ससुराल पक्ष और दहेज मांगने लगे। दामदा द्वारा तीन लाख रूपए कैश और बुलेट की मांग की जाने लगी, यह मांग पूरी नहीं कर पाए तो सभी ने एक राय होकर बेटी हत्या कर दी। पिता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपकर पूरे मामले की जांच निष्पक्षता से कराने की मांग रखी है।