प्रत्याशियों के परिजन भी उतरे मैदान मेंं :- किसी ने संभाला सोशल मीडिया,तो कोई जान रहा है जमीन स्तर की हकीकत

जबलपुर यश भारत।विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी जोर-शोर से जनसंपर्क अभियान कर रहे हैं, वहीं परिवार के सदस्य युवाओं में पैठ बनाने के मकसद से प्रचार अभियान को सोशल साइट पर पल-पल अपडेट कर रहे हैं। कई प्रत्याशियों के परिजन तो बकायदा सुबह से शाम तक सोशल मीडिया मैनेजमेंट में ही लगे रहते हैं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
कुछ प्रत्याशियों ने फेसबुक, ट्विटर पर प्रचार की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी को सौंपी है।सोशल मीडिया पर अपडेट की जिम्मेदारी भाई व चाचा को सौंपी है। सुबह प्रचार के समय निकलते समय भाई जबकि शाम में चाचा मोबाइल से फोटो खींच फेसबुक पर पोस्ट करते हैं।
रिश्तेदार कर रहे हैं एक एक घरों में संपर्क
सामूहिक जनसम्पर्क में उम्मीदवार मतदाताओं से विस्तार से चर्चा नहीं कर पाते। इस स्थिति में उनके रिश्तेदार व टीम के सदस्य एक-एक मतदाता तक पहुंच रहे हैं। इसके लिए मोहल्लों में बैठकें हो रही है। क्षेत्र के प्रभावशाली लोग, समाज के प्रमुख व प्रबुद्धजन के पास दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार पहुंच रहे हैं। इसके अलावा रात में कोर टीम के सदस्य उम्मीदवार व उनके परिजन की क्षेत्र के प्रमुख लोगों से बात करा रहे हैं।
चौराहों पर भांप रहे हैं माहौल
पहचान बदल कर उम्मीदवारों की टीम के कुछ सदस्य चौराहों पर लोगों से अंजान बनकर चर्चा कर रहे हैं। इस दौरान वे माहौल भांप रहे हैं। नाराजगी या विरोध सामने आने पर टीम के सदस्य तत्काल मौके पर पहुंच कर लोगों से चर्चा करते हैं। नाराजगी दूर करने का कोई मौका नहीं छोड रहे हैं।जीत-हार की टसल बढ़ी, तो उम्मीदवारों ने विशेष रणनीति बनाई है। परम्परागत जनसम्पर्क के साथ डिजिटल व अन्य माध्यम से भी प्रचार किया जा रहा है। हर क्षेत्र में एक-एक परिवार तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। उम्मीदवारों के रिश्तेदार भी सामाजिक संस्थाओं के साथ क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों से संवाद कर घर-घर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।