मेडिकल सुपर स्पेशलिटी में एक्सपायरी दवा मामला: बड़े अफसरों की भूमिका संदिग्ध, नर्सिंग ऑफिसर को जान को खतरा


जबलपुर, यशभारत। मेडिकल सुपर स्पेशलिटी में दवा एक्सपायरी मामले में बड़े अधिकारियों की भूमिका सवाल खड़े हो रहे हैं। इस गफलत का खुलासा करने वाली नर्सिंग ऑफिसर को अब जान को खतरा है। नर्सिंग ऑफिसर को डर है कि उसने बड़ा खुलासा किया है हो सकता है कि जिम्मेदार अधिकारी उसके खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाए। इधर डीन तक शिकायत पहुंचने के बाद अब तक जिम्मेदारों पर कार्रवाई न होना यह दर्शाता है कि अधिकारी भी इस कारनामे में कही न कही दोषी है। मामले की जानकारी के लिए डीन से दूरभाष में चर्चा करना चाही लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
मालूम हो कि नर्सिंग ऑफिसर दीपमाला ने ऑपरेशन में यूज होने वाली दवाईयां एक्सपायरी डेट होने का खुलासा किया था जिसकी शिकायत डीन को भी भेजी गई थी। नर्सिंग आफीसर दीपमाला मालवीयम ने डीन को एक शिकायत भेजी है जिसमें उल्लेख किया गया है कि अधीक्षक डॉ जितेंद्र गुप्ता, डॉ. मल्लिका और फार्मास्टि भावना द्वारा अभद्र व्यवहार कर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। नर्सिंग ऑफीसर ने शिकायत में बताया है कि मैं दिनांक 02.09. 2022 को सुबह 11.00 बजे तीसरी मंजिल डॉ. मल्लिका मेेम के रूम में इण्डेन पर सिग्नेचर करवाने के लिए गई तो बिना कारण डॉ. मल्लिका मैडम अभद्र भाषा मे चिल्ला-चिल्ला कर मुझे जलील कर कहने लगी कि तु बेेशर्म है, तु कामचोर है , तु काम नहीं करती , तु कहाँ है तेरा पता नही चलता तु अलाल है तुने जबरदस्ती चार्ज लिया है तु हॉस्पिटल में काम करने लायक नहीं है। ऐसा मुझे बार-बार धमकी दे रही थी कि तुझे नौकरी से निकालवाकर ही दम लूँगी।