EOW का छापाः बेलदार से सहायक राजस्व अधिकारी तक के सफर में काली कमाई के सहारे बना करोड़पति


इंदौर। राज्य आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने नगर निगम के निलंबित सहायक राजस्व अधिकारी (एआरओ) राजेश परमार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में शुक्रवार सुबह ईओडब्लू की टीम ने इंदौर में तीन अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की है। समाचार के लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी।कार्रवाई के दौरान बड़ा खुलासा हुआ कि साल 1988 में बेलदार के पद पर नगर निगम में भर्ती हुए थे। सहायक राजस्व अधिकारी बनने के बाद उनके काली कमाई की शिकायत के बाद 16 से 10 फरवरी को नगर निगम से नोटिस जारी हुआ था। नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं होने के बाद निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने राजेश परमार को सस्पेंड किया था। ईओडब्ल्यू डीएसपी के मुताबिक इंदौर के तीन ठिकानों पर कार्रवाई जारी है। फिलहाल 5 से ज्यादा संपत्तियों के पेपर, नगदी और जेवरात मिले हैं जिनका अवलोकन किया जा रहा है।
संपत्ति का विवरण :-
आरोपी राजेश पिता सत्यनारायण परमार सहायक राजस्व अधिकारी नगर निगम इंदौर एवं उसके परिजनों के नाम से दस्तावेजों के आधार पर संपत्तियों की जानकारी इस प्रकार प्राप्त हुई है:-
1. बिजलपुर इंदौर में दो मंजिला मकान (2800 वर्गफीट निर्मित एरिया) ।
2. संचार नगर में फ्लैट ।
3. संपत ग्रीन में भूखण्ड (1600 वर्गफीट) ।
4. श्रीजी वैली में फ्लैट ।
5. पिपलियाहाना में विकसित कॉलोनी उदयनगर में एक भूखण्ड ।
6. खुशबु विला में फ्लैट ।
7. सैटेलाईट वैली इंदौर में फ्लैट ।
दोनो स्थानों पर दस्तावेज, आभूषण, बैंक खातों एवं नगद आदि से संबंधित सर्च अभी जारी है। कार्यवाही के दौरान और अधिक संपत्ति मिलने की संभावना है अभी तक प्राप्त जानकारी/दस्तावेज एवं विवरण के आधार बहुमूल्य संपत्ति होने का अनुमान है।
ईओडब्लयू इंदौर की उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती मधुर वीणा गौड, उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती नंदिनी शर्मा, श्री पवन सिंघल, उप पुलिस अधीक्षक, श्री आमोद सिंह राठौर, निरीक्षक, श्री कैलाशचन्द्र पाटीदार, श्री योगेन्द्र सिंह सिसोदिया, निरीक्षक, श्री राजेश साहू निरीक्षक एवं श्रीमती मनीषा शर्मा, निरीक्षक, एवं श्री संजय मिश्रा के नेतृत्व में इंदौर में एक साथ कार्यवही की जा रही है।