जबलपुर यश भारत। जबलपुर में बन रही मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड में भूमि अधिग्रहण को लेकर एक बड़ी समस्या सामने आई है। जिसमें प्रशासन द्वारा कंसल्टेंसी फर्म के आधार पर दिए गए रूट के हिसाब से जिस भूमि का अधिग्रहण किया हुआ था सड़क वहां से ना निकल कर दूसरी जगह से निकल रही है। मामला है पनागर के पास स्थित मोहनिया, घाना, पड़रिया गांव का है। जहां प्रशासन के द्वारा अधिग्रहण तो किसी और भूमिका किया गया था और ठेकेदार द्वारा सड़क कहीं और से निकल जा रही है। जिसको लेकर अब किसान परेशान हो रहे हैं। रविवार को पूरा प्रशासनिक अमला एसडीएम अभिषेक सिंह के साथ मौके पर पहुंचा और पूरे मामले को समझने की कोशिश की इसके बाद ठेकेदार को अधिग्रहण की गई भूमि से ही सड़क बनाने का आदेश दिया गया है।
कई गांव आ रहे चपेट में
यह पूरा मामला किसी एक किसान या एक गांव के किसानों तक सीमित नहीं है। जब सड़क का काम शुरू हुआ तो धीरे-धीरे किसानों द्वारा इसमें आपत्तियां दर्ज करना शुरू किया गया और अब यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यश भारत को मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले में प्रारंभिक तौर पर 4 से 5 गांव के किसान अपनी आपत्तियां दर्ज करा चुके हैं। रिंग रोड का यह फेज कुसनेर के पास से शुरू होता है जो बोरिया के पास से होते हुए नुंसर से निकलकर सहजपुर की ओर जाएगा और राष्ट्रीय राजमार्ग 45 में मिलेगा। यह सबसे बड़ा फेज है जिसमें 36.3 किलोमीटर की रोड बनी है और इसकी लागत 473 करोड 85लाख रुपए है। जिसका ठेका पुणे की आईएससी प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
किसानों ने किया हंगामा
इस पूरे मामले को लेकर सबसे बड़ी बात यह है कि जिन किसानों की जमीनों का अधिग्रहण कर लिया गया है, उनके खाते में अधिग्रहण की राशि भी ट्रांसफर कर दी गई है और निर्माण कंपनी के द्वारा जमीन पर सड़क का निर्माण शुरू कर दिया गया है। जिस जमीन का कोई अधिग्रहण हुआ ही नहीं है जिस का मालिकाना हक वहां के किसानों के पास है। ऐसे में कुछ किसानों के द्वारा पूरे मामले में हंगामा भी खड़ा कर दिया गया। इसके बाद मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ठेका कंपनी को अधिग्रहण के हिसाब से ही काम करने के आदेश दिए गए हैं।
इन का कहना
पनागर के कुछ गांव में अधिग्रहण की गई भूमि पर सड़क न बनकर कंपनी के द्वारा किसी और जगह से सड़क का निर्माण किया जा रहा है। जिसको लेकर सड़क निर्माण कर रही कंपनी को निर्देश दिया गया है कि वह जहां अधिग्रहण किया गया है, वहा से सड़क का निर्माण करे।
अभिषेक सिंह

इस फेस में कुछ इशू आए हुए थे, जिसको लेकर हमने रेवेन्यू विभाग के अधिकारियों के साथ ज्वाइंट विजिट हुई थी और उसमें सुधार कर लिया गया है इसके बाद कोई समस्या नहीं आएगी।
अमृतलाल साहू
प्रोजेक्ट डायरेक्टर
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण