
जबलपुर यश भारत। धान उपार्जन शुरू होने के पहले ही दो वेयरहाउस खरीदी से बाहर हो चुके थे और अब तीसरी वेयरहाउस को भी खरीदी से बाहर करने को लेकर सिहोरा एसडीएम द्वारा प्रतिवेदन तैयार करके जबलपुर कलेक्टर को भेज दिया गया है। मामला है सहजपुर स्थित अभिषेक वेयरहाउस का जहां बेलखेड़ा समिति का केंद्र स्थापित किया गया था लेकिन खरीदी शुरू होने के पहले ही वेयरहाउस परिसर के आसपास धान के ढेर लगने लगे थे। जिसको लेकर प्रशासन द्वारा यह पूरी कार्रवाई की गई है। हालांकि इस परिसर में पहले से दूसरा गोदाम भी मौजूद है। जहां पर मूंग का भंडारण किया गया है साथ ही साथ इसी परिसर में राइस मिल भी संचालित हो रही है जो की सरकारी धान की मिलन करती है। जिसमें वर्तमान समय में मिलिंग का काम चल रहा है जिसका चावल सीएमआर सेंटर में जमा होना बाकी है। ऐसे में इकट्ठी करी जा रही धान कहीं ना कहीं गोलमाल की आशंका व्यक्त कर रही थी। जिसके चलते एसडीएम शाहपुरा द्वारा फूड इंस्पेक्टर की जांच के आधार पर केंद्र को हटाने का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है।
मझौली पनागर के बाद शाहपुरा का नंबर
इसके पहले मझौली स्थित वेयरहाउस पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई थी, उसके बाद पनागर के काला डूमर में भी इसी तरह की कार्यवाही की गई। उसके बाद भी वेयरहाउस संचालक बाज नहीं आ रहे हैं। जिसके बाद शाहपुरा के सहजपुर स्थित अभिषेक वेयरहाउस पर भी कारवाई होने जा रही है, हालांकि पहले के दो वेयरहाउसों पर केंद्र हटाने के साथ-साथ ब्लैकलिस्टेड करने को लेकर भी प्रतिवेदन दिया गया है। अब देखना होगा कि अभिषेक वेयरहाउस से सिर्फ केंद्र हटाया जाता है या फिर इसे ब्लैकलिस्टेड करने को लेकर कलेक्टर दीपक सक्सेना कोई कदम उठाते हैं।