डीजीपी ने ली कानून-व्यवस्था पर गहन समीक्षा बैठक, 8500 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू

डीजीपी ने ली कानून-व्यवस्था पर गहन समीक्षा बैठक, 8500 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू
भोपाल, यशभारत। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाणा ने आज मंगलावर को पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) में प्रदेश के समस्त जोनल आईजी, डीआईजी और एसपी सहित वरिष्ठ अधिकारियों की एक विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक का उद्देश्य कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और संगठनात्मक कार्यप्रणाली में सुधार लाना था।
डीजीपी मकवाणा ने स्पष्ट किया कि पुलिस की जिम्मेदारी सिर्फ अपराध नियंत्रण नहीं, बल्कि समाज में शांति, विश्वास और सुरक्षा का वातावरण बनाए रखना भी है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यशैली में निरंतर सुधार और अपग्रेडेशन समय की मांग है।

साइबर अपराध, नक्सल और ड्रग्स पर विशेष फोकस
बैठक में डीजीपी ने साइबर अपराध, नक्सल गतिविधियों और मादक पदार्थों के नेटवर्क के विरुद्ध योजनाबद्ध और लक्षित रणनीति अपनाकर ठोस कार्रवाई करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने वीवीआईपी कार्यक्रमों के दौरान पूर्ण सतर्कता और संवेदनशील मामलों में तत्काल, निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। डीजीपी ने यह भी बताया कि विभाग में 8500 रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है और नक्सल समस्या उन्मूलन की दिशा में सकारात्मक कार्य किए गए हैं।

स्टाफ प्रबंधन और सिंहस्थ 2028 की तैयारी
संगठन की व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने के लिए स्टाफ ऑडिट को तेजी से पूरा करने और पुलिस बल के प्रभावी उपयोग पर जोर दिया गया। इसके साथ ही, डीजीपी ने सिंहस्थ 2028 जैसे बड़े धार्मिक आयोजन की तैयारियों को अभी से शुरू करने का निर्देश दिया, ताकि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की मजबूत रणनीति तैयार हो सके।

जनता से संवाद और डिजिटल पुलिसिंग
डीजीपी मकवाणा ने आधुनिक पुलिसिंग के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स—डायल-112, सीसीटीएनएस और जनसुनवाई पोर्टल—को सशक्त बनाने का निर्देश दिया, ताकि जनता की शिकायतों पर त्वरित, संवेदनशील और निष्पक्ष प्रतिक्रिया मिल सके। उन्होंने थाना स्तर पर आम जनता से संवाद करते समय संयम, धैर्य और संवेदनशीलता बनाए रखने पर जोर दिया, जिससे पुलिस का मानवीय चेहरा समाज के सामने आए और नागरिकों का विश्वास बढ़े।
अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए कि माननीय उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन प्राथमिकता से हो।

पुलिसकर्मियों के कल्याण पर ध्यान
डीजीपी ने पुलिस बल के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए सभी इकाइयों में स्ट्रेस मैनेजमेंट और माइक्रो बीट सिस्टम को लागू करने का निर्देश दिया, जिससे पुलिसकर्मियों के मानसिक संतुलन और कार्यक्षमता में सुधार हो सके। उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को तत्काल पुरस्कृत करने की नीति पर भी बल दिया।







