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अमेरिका में खतरनाक बर्फीले तूफान से तबाही 12 की मौत, 20 करोड़ लोगों की जान खतरे में, 20 से ज्यादा राज्यों में इमरजेंसी

 

फ्लोरिडा , एजेंसी। अमेरिका में आए शीतलकालीन तूफान ने 20 करोड़ लोगों की जान को खतरा पैदा कर दिया है। दक्षिण अमेरिका में करीब 12 लोगों की जान लेने वाला तूफान अब पूर्वी अमेरिका की ओर बढ़ गया है। इसके बाद यह तूफान पश्चिम अमेरिका की ओर बढ़ सकता है। 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जिस कारण अमेरिका के 20 से ज्यादा राज्यों में इमरजेंसी लागू हो चुकी है। तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया है। करीब 10 लाख लोग अंधेरे में डूबे हुए हैं। कई राज्यों के एयरपोर्ट बंद होने से लोग बाकी अमेरिका से कट गए हैं। बर्फबारी के कारण सड़कें तक ब्लॉक हैं। पेड़ों, सड़कों और घरों से बर्फ की चादर ओढ़ ली है। बर्फबारी रिकॉर्ड तोड़ चकी है। टेक्सास से शुरू होकर सुदूर दक्षिण में फ्लोरिडा और उत्तरी कैरोलिना के आउटर बैंक्स तक बर्फबारी हो रही है। न्यू ऑरलियन्स, अटलांटा और जैक्सनविले में बर्फ जमी है। आर्कटिक से आ रही बर्फीली हवाओं से मध्य-पश्चिम और पूर्वी अमेरिका में भी जानलेवा हाड़ कंपाने और गलाने वाली ठंड पड़ रही है। सरकारी दफ्तर, स्कूल-कॉलेज, यूनिवर्सिटी, मार्केट, सब बंद है। लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। इस हफ्ते अमेरिका में हालात ऐसे ही बने रहने की पूर्वानुमान लगाया गया है।
एयरपोर्ट बंद और फ्लाइटें कैंसिल
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अमेरिका में करीब 10 इंच बर्फबारी करने वाला शीतकालीन तूफान बुधवार को पूर्व की ओर बढ़ गया। फ्लोरिडा, पैनहैंडल, जॉर्जिया और पूर्वी कैरोलिना के कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी होने, ओले गिरने और बर्फीली बारिश होने का अलर्ट अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस ने दिया है। मौसम विभाग की ताजा चेतावनी में कहा गया है कि फ्लाइटअवेयर डॉट कॉम के अनुसार, दक्षिण, पश्चिमी और पूर्वी अमेरिका में 3000 से ज्यादा फ्लाइटें कैंसिल हो चुकी हैं। ह्यूस्टन, न्यू ऑरलियन्स, जैक्सनविले, लुइस आर्मस्ट्रांग इंटरनेशनल एयरपोर्ट समेत कई राज्यों में एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं। जॉर्जिया, लुइसियाना, मिसिसिपी, अलबामा और यहां तक कि फ्लोरिडा के गवर्नरों ने आपातकाल की घोषणा कर दी। न्यूयॉर्क की कम से कम 12 काउंटियों में भी आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है। ओन्टारियो झील और एरी झील के आसपास 2 फीट (60 सेंटीमीटर) तक बर्फ गिरने और अत्यधिक ठंड पड़ने की संभावना है। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, बर्फबारी के कारण इलेक्ट्रिसिटी सिस्टम पर काफी प्रभाव पड़ा है। जिन राज्यों में इमरजेंसी लागू है, वहां करीब 10 लाख लोग अंधेरे में डूबे हैं। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे तूफान से अपना बचाव करें।

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