साइबर ठगों का नया पैंतरा सरकारी पैसे का लालच दे खाली कर रहे खाते
साइबर ठगों का नया पैंतरा सरकारी पैसे का लालच दे खाली कर रहे खाते

जबलपुर यश भारत।साइबर ठग हर दिन नए-नए पैंतरे अंजमा रहे है। अब जालसाज नया ठगी का मकडज़ाल फैलाते हुए सरकारी पैसा भेजने का लालच देकर भोले-भाले लोगों के खातों से रकम उड़ा रहे है। दरअसल जिन घरों में नवजात शिशु हुए उनके पास फोन पहुंच रहे है और वे आगंनवाडी से प्रेग्नेंसी की राशि आने का झांसा देकर सरकारी धन खाते में ट्रांसफर करने के नाम पर खातों से रकम उड़ा रहे है। ऐसे ठगों से बचने के लिए सावधान रहने की जरूरत हैं। कहां से पहुंच रहा डाटा
इस प्रकार की ठगी से सवाल उठ रहा है कि जिन घरों में नजवजात शिशु का जन्म हुआ है या होने वाला है इसका डाटा ठगों तक कैसे पहुंच रहा है। ठग गिरोह तक आखिर ये डाटा कौन पहुंचा रहा है इसकी अगर गंभीरता से जांच हो जाए तो ठग के साथ कई चेहरे बेनकाब हो सकते है।
ऐसे कर रहे ठगी
ठग सरकारी धन भेजनेे का कहते हुए आपसे क्यूआर मांगते है, या लिंक भेजते है। फोन पे या गूगल पे समेत अन्य यूपीआई नंबर जैसे ही आपने ठग को भेजे वैसे ही ठगी का खेल शुरू होता है और ठग बातों में उलझाकर आपके खाते से रकम उड़ा लेता है। केस 1
28 मार्च को गोसलपुर थाने में गांधीग्राम बुढ़ागर निवासी राकेश कुमार को एक फोन आया जिसके मोबाइल धारक नेे अपना नाम रावेन्द्र बताते हुए कहा कि आपकी पत्नी ललिता को तीन माह पूर्व बच्चा हुआ है। जिसके चलते उसे सरकारी की ओर से सात हजार रुपए दिए जाने है। रकम भेजनी है आप क्यूआर कोड भेज दिए राकेश ने भतीजे राहुल का क्यूआर कोड भेज दिया जिसके बाद खाते से खाते 48 हजार 490 रुपए निकाल लिए गए।
केस 2
5 अप्रैल 2025 को पंकज यादव पिता प्रमोद यादव 29 वर्ष निवासी आदर्श नगर कटंगा गोरखपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि आगंनवाडी से प्रेग्नेंसी की राशि आना था इसी संबंध में मेघा पटेलरिया के मोबाइल में फोन आया जो फोन पे या गूगल पे पूछा तो पंकज यादव ने अपना गूगल पे नम्बर दे दिया तो 5 ट्रांजेक्शन में कुल 36,836 रुपये निकाल लिए गए। इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।