सिविल लाइन मिलेनियम काॅलोनी डबल मर्डर केस: मोहब्बत के आगे पिता-भाई का प्रेम काम न आयाः प्रेमी के जेल जाने से दुखी रहती थी नाबालिग बेटी
जघन्य वारदातों को रोकना है तो, संयुक्त परिवार होना जरूरीः मनोचिकित्सक डाॅक्टर रत्नेश कुरारिया

जबलपुर, यशभारत। माता और पिता बड़े अरमानों से अपने बच्चों को पालते हैं, उन्हें पढ़ाते और लिखाते हैं, उन्हें लायक बनाते हैं. लेकिन कुछ बच्चे अपने छोटे स्वार्थ के आगे मां-बाप के अरमानों पर पानी फेर जाते हैं,। कुछ ऐसा ही हुआ जबलपुर मिलेनियम काॅलोनी में प्रेम के जुनून में बेकसूर भाई-पिता को मौत घाट उतार दिया। प्रेमी से बिछड़ने और उसके जेल जाने से दुखी बेटी के मन में बदले का एक लावा पनप रहा था कि जेल से प्रेमी के छूटने के बाद उसने पिता-भाई की खूनी साजिश रची।
मिलेनियम कॉलोनी के पिता पुत्र हत्याकांड में यह बात सामने आ गई है की 14 वर्षीय बालिका इस बात से दुखी थी कि उसके प्रेमी को कुछ माह पूर्व जेल भेज दिया था पुलिस ने बताया है कि सितंबर माह में बलिका अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी जिसकी गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी पुलिस ने जांच पड़ताल की इन दोनों को भोपाल में पकड़ा था पुलिस जब भोपाल से जबलपुर लेकर आई तो नाबालिक होने के कारण रिपोर्ट पर पुलिस ने पास्को एक्ट के तहत युवक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। पुलिस का मानना है कि प्रेमी के जेल जाने से राजकुमार विश्वकर्मा की पुत्री काफी नाराज और दुखी थी वह अपने प्रेमी को खिलाफ पुलिस में किसी भी प्रकार के कार्रवाई के खिलाफ थे पर परिजनों के कहने पर बालिका के ही बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज करके युवक को जेल भेज दिया था उधर युवक जेल में था इधर यह बालिका अपने प्रेमी के जेल में रहने से दुखी थी और मन ही मन अपने पिता के खिलाफ मन में काफी ईष्र्या आ गई थी जब युवक जेल से छूटा तब तब भी वह अपने प्रेमी से नहीं मिल पा रही थी ऐसा लगता है की दोनों ने यह मन बना लिया था कि हमें एक साथ रहना है और रास्ते के कंटक पिता को अलग किया जाए
इसके तहत बीती रात 3.00 बजे बालिका ने बाकायदा अपने घर के दरवाजा खोला और युवक को अपने घर में प्रवेश कर दिया इसके बाद दोनों बेडरूम में मिले और धारदार हथियार से पिता और अपने भाई की प्रेमी से हत्या कर दी । यहां यह भी उल्लेखनीय की घटना की रात सब अपने-अपने क्वार्टर में सो गए थे सुबह 6.30 बजे काफी तेज चलने की आवाज आई थी बचाओ बचाओ तब पड़ोसियों ने यह सोच कि घर का झगड़ा है शांत हो जाएगा वहां गार्ड भी गया था लेकिन वह इस बात से निश्चित हो गया की कुछ हो गया हो गया की बालिका ने रोज घर आने वाले दूध विक्रेता से दरवाजा आधा खोलकर दूध भी लिया था पर किसी को क्या मालूम था प्रेम में दीवानी पुत्री नहीं अपने प्रेमी को
बुलाकर पिता और अपने अपने भाई की हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों आराम से बैठे रहे फिर उनके मन में जो भी आए हो सुबह में धीरे से अंजाम देखकर निकल गए। पर कहीं ना कहीं बालिका के मन में यह बात रही कि यह इसकी जानकारी देना चाहिए तो उसने अपने प्रेमी का नाम बता कर मौत की जानकारी दे दी। बहरहाल सच्चाई जो भी हो पुलिस दोनों की तलाश तेजी से कर रही है इन दोनों गिरप्तार होने के बाद यह बात उजागर होगी कि आखिर पिता और भाई की हत्या को अंजाम देने के पीछे बालिका क्या मकसद था। चर्चा है कि प्रेमी ने अपना जेल जाने का बदला लिया पर जिस तरीके से बालिका उसे प्रेमी के साथ गई है उसे पुलिस का मानना है कि यह दोनों अपने साथ रहना चाहते थे पर परिवार की विरोध के कारण यह घटना को अंजाम दिया गया है । सिविल लाइन थाना अंतर मिलेनियम कॉलोनी में कल की वारदात से अभी भी अजीबोगरीब दहशत के महल में लोग अवाक हैं वह अभी भी है विश्वास नहीं कर पा रहे कि उनके पड़ोस में इस तरह की गंभीर वारदात हो गई है ।दहशत के माहौल में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पिता बन रहे थे प्यार में बाधा
लड़की ने इस साल 10वीं के एग्जाम दिए थे। पड़ोस में रहने के कारण दोनों में दोस्ती हो गई। एक-दूसरे के घर आना-जाना भी था। बताया जाता है कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। लड़की के पिता को इसके बारे में पता चल गया था। उन्होंने कई बार लड़के और उसके पिता को समझाया भी था। मई 2023 में पत्नी की मौत के बाद राजकुमार ने दोनों बच्चों को पिपरिया में छोड़ दिया था। नौकरी में बिजी रहने के कारण जबलपुर कम समय के लिए ही लाता था।
पिपारिया में होगा अंतिम संस्कार
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल में डाॅक्टर हरीश के नेतृत्व में तीन डाॅक्टरों की टीम ने दोनों शव का पीएम किया गया। परिजनों ने बताया कि गृह ग्राम पिपारिया में अंतिम संस्कार परिवार के सदस्यों द्वारा किया जाएगा।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बनाई चार टीम
एएसपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि दोनों की बॉडी लैंग्वेज देखकर प्रथम दृष्टया दोनों पर ही शक है। मुकुल और राजकुमार की बेटी के मोबाइल उनके घर पर ही मिले हैं। पुलिस ने इन्हें जब्त कर लिया है। राजकुमार की जेब से कुछ रुपए भी गायब हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई गई हैं।
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक
मनोचिकित्सक डाॅक्टर रत्नेश कुरारिया ने पूरे मामले पर कहा कि लड़की और लड़का दोनों की उम्र इतनी नहीं है कि वह अच्छे-बुरा समझ सकें। यही हुआ है दोनों के साथ उन दोनों को ये लगना लगा था कि उनकी मोहब्बत के बीच भाई और पिता बाधा बनेंगे इसलिए एक समझी साजिश के तहत दोनों एक राय होकर इस घटना को अंजाम दिया। श्री कुररिया कहते हैं कि यह स्थिति तब बनती है जब घर में मां न हो या फिर संयुक्त परिवार न हो। नाबालिक बेटी की मांग कुछ माह पूर्व ही गुजर गई थी और पिता अपने कामों में व्यस्त थे और इसी बीच बेटी अकेली रहने लगी और उसने लगने लगा होगा कि प्रेमी के सिवाय उसक और कोई नहीं है। ऐसे केस तब सामने आते हैं जब दोनों तरफ से व्यक्ति बौद्विक क्षमता खो देता है।
इनका कहना है
आरोपी और नाबालिक लड़की की पतासाजी के लिए टीमें लगाई गई हैं, जल्द ही दोनों को पकड़कर जबलपुर लाया जाएगा।
आदित्य प्रताप सिंह, एसपी