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भर त्यौहार में पानी बिजली सफाई की समस्या से जूझ रहे शहरवासी, व्यवस्थाओं के दावों की खुल रही पोल सिर्फ खानापूर्ति

जबलपुर यश भारत। एक तरफ शहर में शक्ति की भक्ति के पर्व को लेकर उमंग और उल्लास का वातावरण निर्मित है तो दूसरी तरफ शहरवासियो को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी दो-चार होना पड़ रहा है। कहीं पानी की कमी कहीं बिजली का रोना तो कहीं ठप्प पड़ी सफाई व्यवस्था व्यवस्थाओं को मुंह चिढ़ा रही है। अव्यवस्थाओं को देखकर तो ऐसा प्रतीत होता है मानो यह शहर की नियति ही बन गई है। अक्सर देखने में आता है कि जब कभी भी कोई बड़ा त्यौहार पड़ता है तो व्यवस्थाओं को लेकर दावे तो बड़े-बड़े किए जाते हैं लेकिन जमीनी हकीकत खानापूर्ति पर ज्यादा कुछ नहीं रहती। पहले यदि सफाई व्यवस्था की ही बात कर ली जाए तो शहर की एक ठेका कंपनी का ठेका।निरस्त होने के बाद 43 वार्डों की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित है इसके अलावा जो शहर के जो अन्य वार्ड बचे हैं तो एडजस्टमेंट के नाम पर उन्हें प्रभावित वार्डों में शिफ्ट किया गया है जिसके कारण बाकी वार्डों की सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। स्थिति तो यह है कि देवी मंदिरों से लेकर दुर्गा पंडालों तक में व्यवस्थाओं का अभाव है। सुहागी महाराजपुर क्षेत्र के रहने वाले नागरिक को दुर्गेश गर्ग गुलखानी पटेल राकेश मालवीय मुन्ना सेन हेमंत कुशवाहा सतीश शर्मा विक्की ठाकुर गोलू तिवारी आदि ने बताया कि सुहागी महाराजपुर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है संभागीय अधिकारी को अनेक बार शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती और ना ही व्यवस्थाओं में सुधार नजर आ रहा है। मंदिर दुर्गा समितियां के आसपास भी अव्यवस्थाओं का आलम है ऐसा प्रतीत होता है मानो यहां का कोई धनी धोरी ही नहीं है।

 कई क्षेत्र में बिजली की समस्या आम

 आधारताल महाराजपुर सुहागी महतो बिजली की समस्या आम हो चुकी है बिजली कब आएगी कब जाएगी कहां नहीं जा सकता। शहर की दूसरे क्षेत्रों में भी वर्तमान समय में बिजली का आना-जाना बाली समस्या बनकर सामने आ रहा है। हल्की बारिश हुई नहीं की सबसे पहले बिजली बंद होती है। मेंटेनेंस की दुहाई देकर घंटे बिजली कटौती करने वाला विद्युत विभाग और कंपनियां क्या रखरखाव और मेंटेनेंस करती हैं इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। न्यू रामनगर में रहने वाले रणधीर सिंह ठाकुर सोनू तिवारी जय कुमार जयसवाल आदि के अनुसार न्यू रामनगर क्षेत्र में दूसरी अव्यवस्थाओं के अलावा सबसे बड़ी समस्या बिजली का रोना है नगर निगम सीमा में होने के बाद भी इस वार्ड के नागरिकों की टेक्स तो वसूला जाता है लेकिन यहां के रहवासियों को आज भी मूलभूत समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। इसी वार्ड के अंतर्गत आने वाले अमखेरा कुदवारी भले ही नगर निगम सीमा में है लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां की स्थिति ग्राम पंचायत से भी बदतर है यहां के लोग तो कहते हैं कि इससे बेहतर तो ग्राम पंचायत ही थी।

 पानी की समस्या 

 रामनगर जल शोधन संयंत्र की मेंन राइजिंग लाइन फूटने से शहर की कई क्षेत्र पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। नगर निगम दावा तो कर रहा है कि प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है लेकिन यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। निगम के द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था भी की गई है लेकिन कई क्षेत्रों में बामुश्किल 10 से 15 मिनट ही पानी मिल पा रहा है व्यवस्थाएं कब तक दुरुस्त होगी इसको लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। कुल मिलाकर निष्कर्ष यह है कि त्योहार के इस मौके पर भी लोगों को पानी बिजली सफाई की किल्लत से जूझना पड़ रहा है।

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