बरेला के पुरवा में 45 किलो 200 ग्राम गांजा पकड़ाः लोहे की पेटी में छुपाकर रखा था 7 लाख का गांजा

जबलपुर, यशभारत। बरेला पुलिस ने पुरवा में दबिश देते हुए एक घर से 45 किलो 200 ग्राम गांजा बरामद किया है। 7 लाख कीमत का गांजा एक लोहे की पेटी में भरा हुआ था। पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए गांजा तस्कर भागने की फिराक में थे। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरप्तार किया है।
थाना प्रभारी बरेला अनिल कुमार पटेल ने बताया कि आज सूचना मिली कि ग्राम पुरवा निवासी नीरज सोनकर के घर में भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ गांजा रखा हुआ है, यदि तुरंत दबिश दी जाये तो रंगे हाथ पकड़ा जायेगा, सूचना पर एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्यवाही करते हुये सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुये वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच एवं थाना बरेला पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घेराबंदी करते हुये नीरज सोनकर के घर पर दबिश दी गयी, पुलिस को देखकर नीरज सोनकर के घर के सामने खड़े 2 युवक भागने लगे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया, नाम पता पूछने पर एक ने अपना नाम नीरज सोनकर पिता राजू सोनकर उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम पुरवा बरेला एवं दूसरे ने ज्वाला उर्फ मोहित उर्फ छोटू पिता भगत सिंह राजपूत उम्र 26 वर्ष निवासी शाहनाला तिलवारा बताया, घर की तलाशी ली गयी तो कमरे के अंदर लोहे की बिस्तर पेटी के अंदर एक सफेद एवं एक पीले रंग की प्लास्टिक की बोरी रखी मिली जिन्हें खोलकर चैक किया गया तो दोनों बोरियों में मादक पदार्थ गांजा के 45 पैकेट रखे हुए मिले , तौल करने पर 45 किलो 200 ग्राम गांजा कीमती लगभग 7 लाख रूपये का होना पाया गया, तलाशी के दौरान मिले नीरज एवं ज्वाला की जेबों से नगद 20 हजार रुपए एवं दो मोबाइल तथा गांजा जप्त करते हुये दोनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 8ध्20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुये उक्त गांजा कहॉ से और कैसे प्राप्त किया के सम्बंध में जांच जारी है।
उल्लेखनीय भूमिका- आरोपियों को अवैध मादक पदार्थ गांजे के साथ गिरफ्तार करने में थाना बरेला के उप निरीक्षक मुनीम सिंह कुलस्ते, उप निरीक्षक अशोक गर्ग, सहायक उप निरीक्षक चैन सिंह धुर्वे, आरक्षक महेन्द्र, चालक प्रधान आरक्षक लक्ष्मण मरावी तथा क्राईम ब्रंाच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, राजेन्द्र बिलोहा, प्रधान आरक्षक बृजेन्द्र सिंह , आरक्षक मोहित उपाध्याय, वीरेन्द्र सिंह , मुकेश परिहार, थाना गढा के आरक्षक अश्वनी द्विवेदी, एवं सायबर सेल के अमित पटेल, दुर्गेश की सराहनीय भूमिका रही।