पर्दे के पीछे सरकारी कर्मचारी भी लगे हैं चुनावी प्रचार में
जबलपुर यश भारत। नगर निगम सहित अन्य विभागों में ठेके पर कार्यरत कर्मचारी इन दिनों काम-धाम छोड़कर अपने-अपने आकाओं के चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं. किसी का परिवार का सदस्य चुनाव लड़ रहा है तो कोई अपने करीबी प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहा है। इसको लेकर लगातार शिकायतें जिला निर्वाचन अधिकारी को भी मिल रही हैं। इन शिकायतों पर जांच कर कार्रवाई कराने की बात जिला निर्वाचन अधिकारी ने कही है।।
तबीयत खराब होने का बना रहे हैं बहाना – कई कर्मचारी अपनी ड्यूटी करने के बाद चुनावी गतिविधियों में भाग ले रहे हैं तो वहीं कुछ बकायदा तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर अपने पसंददीदा प्रत्याशी का साथ दे रहे हैं। जानकारों का कहना है कि चूंकि आउटसोर्स कर्मी शासकीय संस्थान में शासन के माध्यम से ही आय प्राप्त कर रहे हैं, ऐसे में यदि वे चुनावी गतिविधियों में भाग लेते हैं, यह आचार संहिता के उल्लंघन ही कहलाएगा। हलाकि इन सब नियमों का आउटसोर्स कर्मियों पर जरा भी प्रभाव नहीं पड़ रहा है और वे बकायदा सोशल मीडिया पर अपने आकाओं के साथ फोटो पटाख और वीडियो भी अपलोड कर रहे हैं।
प्रचार करते करते पहुंचे अस्पताल – बताया जा रहा है कि एक विभाग में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी उत्तर-मध्य विधानसभा में प्रचार में व्यस्त था । इसी दौरान उसके सीने में दर्द हुआ और तबियत बिगडऩे लगी। जिसे आनन- फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। हालकि उसकी हालत में अब सुधार बताया जा रहा है लेकिन उसे आराम करने की नसीहत दी गई है।