जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

अर्जुन एवार्डी सुश्री मधु यादव सेवानिवृत्त : अभी तो सफर का इरादा है. देखें वीडियो

जबलपुर। आकर्षक गरिमामय व्यक्तित्व, चेहरे पर सदा मुस्कान बिखेरते परिचित-अपरिचित लोगों से घिरी अर्जुन अवार्डी सुश्री मधु यादव मंगलवार को सेवा निवृत्त हो गई। पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता ने नई पारी हेतु सुश्री मधु यादव को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर एनपी प्रजापति,
पूर्व अध्यक्ष, मध्यप्रदेश विधानसभा, अजय विश्नोई, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री/मध्यप्रदेश, नित्य निरंजन खंपरिया/पूर्व विधायक, विनय सक्सेना/पूर्व विधायक, शुभम चौधरी/अपर महाप्रबंधक, डॉ राकेश कुमार गुप्ता/पीसीईई, एस.के.अलबेला/पीसीपीओ, डॉ आशुतोष गर्ग/एसीएमडी, जी.एस.चावला/एफएएंडसीएओ, प्रभात/सीपीओ/ए ने भी शुभकामनाएं दी।

16 वर्ष की अल्पायु में ही  विश्व कप हॉकी खेल प्रतियोगिता में चयन हो गया
सुश्री मधु यादव के सेवानिवृत्ति कार्यक्रम हेतु महाप्रबंधक कार्यालय पश्चिम मध्य रेल जबलपुर में हजारों की संख्या में खिलाड़ी, खेलप्रेमी, शुभचिंतक एवं परिवार जन उपस्थित हुए। संस्कारधानी जबलपुर के ख्यातिलब्ध समाजसेवी परिवार स्व.श्री शालिग्राम यादव और स्व. श्रीमती सीता यादव जी के परिवार में आपका जन्म हुआ। बाल्यकाल से ही हॉकी के प्रति आपका जबरदस्त लगाव और रुझान रहा। शिक्षा के साथ-साथ पूरी लगन से आपने अपनी उर्जा हॉकी को समर्पित कर दी और 16 वर्ष की अल्पायु में ही आपका विश्व कप हॉकी खेल प्रतियोगिता में चयन हो गया। सुश्री मधु यादव ने मात्र 17 वर्ष की उम्र में वर्ष 1979 में मध्य रेलवे में खेलकूद कोटे के अंतर्गत नौकरी ज्वाइन की मधु यादव ने 1986 में एशिया खेल में कांस्य पदक विजेता रहीं।एशिया कप ,एशियाई खेल सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में आप सम्मिलित रहीं।

1989 से 1991 तक  महिला हॉकी टीम का केप्टिन रहीं

यह गर्व की बात है कि कुशल और श्रेष्ठ प्रदर्शन के कारण 1989 से 1991 तक आप महिला हॉकी टीम का केप्टिन रहीं। कॉमन वेल्थ, एशियाई खेल सहित अनेक हॉकी प्रतिस्पर्धा में अंतरराष्ट्रीय एंपायर का महत्वपूर्ण दायित्व भी आपको सौपा गया। हॉकी में राष्ट्र का नाम रोशन करने वाली कुशल खिलाड़ी सुश्री मधु यादवजी को राष्ट्रपति जी द्वारा सन 2000 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया ।16 वर्ष की आयु से की भारतीय रेलवे को अपनी सेवाएं प्रदान करने लगी तथाशीघ्र ही कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जाने जानी लगीं। समाज में लोकप्रिय मधुदीदी खिलाड़ी के अलावा समाजसेवी के रूप में ही अधिक जानी जाती हैं। केवल शहरवासियों ही नहीं अपितु दूरदराज के लोग भी उनसे सहयोग की अपेक्षा रखते हैं। निर्धनों और निराश्रितों के प्रति उनकी करुणा अपार है प्रतिदिन न जाने कितने लोगों को आर्थिक एवं अन्य सहायता प्रदान करती हैं ।

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