कान्हा में बाघों का शतक, अटखेलियों से करते है पर्यटकों को मंत्रमुग्ध : कान्हा टाइगर रिजर्व में टाइगर की संख्या हुई 105
मंडला| विश्व की सबसे बड़ी जैव विविधता की प्रयोगशाला राष्ट्रीय उद्यान कान्हा नेशनल पार्क है। जहां हर प्रकार के जीव जंतु, वनस्पति वनों से आच्छादित है। दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु एवं वन्य प्राणी की उपलब्धता है। राष्ट्रीय उद्यान कान्हा के नाम से मंडला जिले को पूरी दुनिया में जाना जाता है। कान्हा नेशनल पार्क भारत के मध्यप्रदेश में मंडला और बालाघाट जिले की सीमा में स्थित है।
कान्हा नेशनल पार्क मध्य भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। इस पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर तेंदुए, भालू, बारहसिंघा, चीतल और जंगली कुत्ते की महत्वपूर्ण आबादी है। वैसे तो कान्हा की पहचान विश्व स्तर पर है। वहीं कान्हा को बाघो की धरती भी कहां जाता है। पूरी दुनिया से लोग कान्हा नेशनल पार्क सिर्फ बाघों के दीदार के लिए ही आते है। कान्हा टाइगर रिर्जव में प्रतिवर्ष पर्यटकों की भी संख्या में भी इजाफा हो रहा है। जानकारी अनुसार बाघों के संरक्षण और लोगों को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। जिससे लोगों में जागरूकता आए और जंगलों, वनो को सुरक्षित रखने में अपना योगदान दे, जिससे वन्यप्राणियों को विलुप्त होने से बचाया जा सका। वर्ष 2022 के अपडेटेड आंडकों के अनुसार मप्र को टाइगर स्टेट का दर्जा मिल चुका है। इस टाइगर स्टेट का खिताब दिलाने में आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के कान्हा नेशनल पार्क की अहम भूमिका रही। इस खिताब से नवाजे जाने के बाद हर जगह खुशी का वातावरण है। पूरा मप्र जहां इस पर गर्व महसूस कर रहा है। मप्र में टाइगर बढऩे के साथ ही मंडला जिले में स्थित कान्हा नेशनल पार्क ने भी टाइगरों ने शतक लगा दिया है। अब दो साल बाद फिर अपडेटेड आंकड़े जारी किये जाएगे। जिसमें भी बाघों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। फिलहाल वर्ष 2022 के अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार कान्हा टाइगर रिर्जव में बाघों की संख्या करीब 105 पहुंच गई है।
बाघों में 50 प्रतिशत की हुई वृद्धि
बताया गया कि विगत वर्ष अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर एनटीसीए द्वारा टाइगर स्टेटस 2022 के अपडेटेड आंकड़े जारी किए थे। जिसके अनुसार देश भर में 3682 बाघ हैं। मप्र पुन: 785 बाघों के साथ टाइगर स्टेट का दर्जा पाने में कामयाबी मिली थी। वहीं मंडला जिले के कान्हा टाइगर रिजर्व में पिछले चार वर्षों में टाइगर की संख्या में वृद्धि हुई है। कान्हा में जहां 2018 में 83 टाइगर थे वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 105 वयस्क टाइगर की हो गई हैं। वहीं देश भर में वर्ष 2018 में बाघों की संख्या 2967 थी, जिसके अंतर्गत 715 बाघों का इजाफा हुआ है। मध्यप्रदेश की बात करें तो इन 4 वर्षों के दौरान प्रदेश में बाघों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। विगत वर्ष जारी रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में 785 बाघ हैं, जो 2018 के मुकाबले 259 अधिक यानी करीब 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।