देश भर में मातृ मृत्यु दर कम करने की जिम्मेदारी जबलपुर परः प्रसव के लिए पश्चिम देशों की पद्वति का इस्तेमाल एल्गिन में होगा
देश का पहला नेशनल मिडबाइफर ट्रेनिंग सेंटर जबलपुर को बनाया गया, यहां प्रशिक्षण लेने के बाद डाॅक्टर अन्य प्रदेशों में जाकर मातृ मृत्यु दर को कम करेंगे
नीरज उपाध्याय, जबलपुर यशभारत।
चिकित्सा क्षेत्र में जबलपुर को बड़ी उपलब्धि के साथ जिम्मेदारी मिली है। विदेशों में गर्भवती महिलाओं के प्रसव किस तरीके से कराया जाता है और वहां पर मातृ मृत्यु दर कैसे कंट्रोल हुआ इसकी बारीकियां डाॅक्टरों को सिखाने के लिए एक इंस्टिटय्ूट रानी दुर्गावती चिकित्सालय एल्गिन में खोला जा रहा है। एल्गिन में खुल रहे इंस्टिटय्ूट को लेकर तैयारियां अंतिम दौर पर है। जुलाई से इंस्टिटय्ूट का शुभारंभ होगा। खास बात यह है कि केंद्रीय चिकित्सा विभाग पूरे देश में 14 सेंटर खोल रहा है जिसमें और मध्यप्रदेश से इंस्टिटय्ूट खोलने के लिए सिर्फ जबलपुर का चयन किया है। यहां से डाॅक्टर प्रशिक्षित होंगे जो अन्य शहरों में जाकर मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए प्रयास करेंगे।
सिजेरियन पद्वति से प्रसव रोकने कवायद
डाॅक्टर संजय मिश्रा क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य संेवाएं जबलपुर संभाग ने बताया कि सिजेरियन पद्वति से प्रसव होने के कारण मातृ मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसको रोकने के लिए केंद्रीय चिकित्सा विभाग ने देश भर में 14 सेंटरों का चयन किया जिसमें जबलपुर को चयनित किया गया है। नेशनल मिडबाइफर ट्रेनिंग इंस्टिटय्ूट की शुरूआत जुलाई में हो जाएगी, इसके लिए अलग वार्ड बनाया जा रहा है।
30 सीटों का होगा सेंटर
डाॅक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि एल्गिन में नेशनल मिडबाइफर ट्रेनिंग इंस्टिटय्ूट में 30 सीटें रखी गई है इसमें डाॅक्टरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि विदेशों में किस तरह से प्रसव होते हैं, अभी तक अपने यहां सामान्य प्रसव कराया जाता है जिसकी वजह से मातृ मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी हो रही है। गर्भवती महिला को बेड में लिटाकर प्रसव कराने की पद्वति को बदलना है। विभाग द्वारा एक सकुर्लर जारी किया गया है जिसमंे बताया गया कि विदेशों में किस तरह से प्रसव होते हैं।
एल्गिन में 35 प्रसव रोज जिसमें 15 सिजेरियन से
डाॅक्टर संजय मिश्रा क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य संेवाएं जबलपुर संभाग ने बताया कि एल्गिन में रोजाना करीब 35 प्रसव हो रहे हैं जिसमें 15 सिजेरियन से हो रहे हैं। यह स्थिति लगभग सभी जिलों में है। सिजेरियन प्रसव रोकने के लिए एल्गिन अस्पताल में नेशनल मिडबाइफर ट्रेनिंग इंस्टिटय्ूट खोला जा रहा है। इसके लिए एक अलग वार्ड तैयार हो रहा है।वार्ड जिसमें गर्भवती महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे विदेशों की तर्ज पर नार्मल डिलीवरी होगी एवं मातृ मृत्यु दर में भी कमी आएगी