मेडिकल एमडी परीक्षा में पकड़े गए 5 नकलचीः नकल के भरोसे बनने चले थे डॉक्टर

जबलपुर, यशभारत। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर द्वारा मध्यप्रदेश के 8 कॉलेजों में एमडी-एमएस पाठयक्रम की परीक्षाएं 17 जनवरी से आयोजित की जा रही है। नेताजी सुभाषंचद्र बोस मेडिकल कॉलेज सहित रीवा, ग्वालियर, इंदौर, सागर, उज्जैन,रतलाम सहित अन्य जिलों में परीक्षाएं आयोजित की जा रही है। साइंस यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक के दिशा-निर्देश पर परीक्षाओं पर नकल रोकने के लिए प्लाइंग स्कवॉड टीम गठित की गई इसके तहत आज टीम उज्जैन नर्सिंग कॉलेज में निरीक्षण करने पहुंची जहां 5 विद्यार्थी धड़ल्ले से नकल कर रहे थे। टीम को देखते ही कुछ देर के लिए परीक्षा केंद्र में हड़कंप मच गया और नकलची छात्र नकल को छुपाने का प्रयास करने लगे। परंतु निरीक्षण टीम की नजरों से बच नहीं पाए और 5 छात्रों का नकल प्रकरण बनाते हुए साइंस यूनिवर्सिटी को इसकी सूचना दी।
927 विद्यार्थी दे रहे परीक्षा, उज्जैन केंद्र में 88 स्टूडेंटस शामिल
17 जनवरी से 8 जिलों में शुरू हुई परीक्षा में 927 स्टूडेंटस एमडी और एमएस की परीक्षा दे रहे हैं। अकेले उज्जैन में 88 विद्यार्थी शामिल है।सबसे ज्यादा इंदौर, भोपाल और जबलपुर में छात्र परीक्षा दे रहे हैं। सबसे हैरान की बात तो ये है कि परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को भावी डॉक्टर बनना है परंतु जिस तरह से वह नकल करते हुए पकड़े जा रहे हैं इनकी योग्यता पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर सचिन कुचिया ने बताया कि पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं आयोजित हो रही है, किसी भी तरह की नकल या फिर अन्य गतिविधियां संचालित होने के पहले टीम द्वारा पकड़ा जा रहा है। इसी के तहत उज्जैन परीक्षा केंद्र में 5 नकलची पकड़े गए हैं।