कटनीमध्य प्रदेश

बारिश से दतला और बेलकुंड नदियां लबालब, निचले इलाके जलमग्न, कई मार्गों का संपर्क कटा, ढीमरखेड़ा में मुश्किल हालात

कटनी, यशभारत। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से शहर पानी-पानी हो गया है। आज सुबह से भी तेज और मूसलाधार बारिश का क्रम जारी है। पूरी रात बारिश का सिलसिला चलता रहा। बारिश की वजह से निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। सडक़ें पानी से लबालब हो गई हैं। नाले और नालियों का पानी सडक़ों पर बह रहा है। शहर के अंदरूनी क्षेत्रों से लेकर मिशन चौक से माधवनगर गेट तक कई जगह सडक़ों पर पानी भरा रहा। बारिश की वजह से सागर रेल पुलिया के नीच पानी भरने की वजह से सुबह यहां से आवागमन बंद कर दिया गया। शहर से लगे इलाकों और उपनगरीय क्षेत्रों में भी लोगों के घरों में पानी घुस गया है। लोग सुबह जब सोकर उठे, तो घरों में पानी भरा रहा। बारिश का सिलसिला अनवत रहने की वजह से जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे मेें जिले में करीब 3 तीन इंच बारिश दर्ज की गई है। अनवरत बारिश के चलते ढीमरखेड़ा तहसील के करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। यहां बेलकुंड और दतला नदी उफान मार रही पर है। दतला नदी से सटे गांवों में कल दोपहर अचानक बाढ़ की निर्मित होने के बाद लोगों के घरों में पानी घुस गया। कई कच्चे मकान ढह गए। बाढ़ की खबर मिलने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और यहां एक बालक को रेस्क्यू कर बचाया गया। जानकारी के मुताबिक स्लीमनाबाद-पान उमरिया-ढीमरखेड़ा-विलायत कला मार्ग पर बेलकुंड नदी पुल आज सुबह 4 बजे से 8 फुट ऊपर पानी बह रहा था, जिसकी वजह से इस मार्ग पर 5 घंटे तक आवागमन पूरी तरह ठप रहा। इसी तरह भारी बारिश के चलते बंधी स्टेशन से मटवारा मार्ग पर आगवामन बन्द हो गया है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटे तक इसी तरह बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। जिसकी वजह से धरवारा, इमलिया, सरसवाही गांव का सडक़ संपर्क टूट गया है।

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■ उफान पर बेलकुंड नदी, पुल से 8 फुट ऊपर बह रहा पानी

रात से ही लगातार हो रही बारिश की वजह से जिले के कई इलाकों से जलभराव की खबरें आ रही हैं। निचले ग्रामीण इलाकों में लोगों के घरों में बरसाती पानी घुस गया है। कई गांवों में तो बाढ़ सी स्थिति निर्मित हो गई हैं। स्लीनाबाद से मिली जानकारी में बताया गया है कि बंधी स्टेशन से मटवारा मार्ग पर आवागमन बंद हो चुका है। यहां पिछले दिनों बनी सडक़ की वजह से लोगों के घरों में पानी भर गया है। पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। इधर निर्मित पुल के ऊपर से तीन फुट पानी बह रहा है। कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश के बाद ढीमरखेड़ा एसडीएम विंकी सिंहमारे उइके ने इस क्षेत्र के निचले इलाकों के आधा दर्जन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखने और उनके भोजन आदि का प्रबंध किया है। बताया जा रहा है कि स्लीमनाबाद-पान उमरिया-ढीमरखेड़ा-विलायतकला मार्ग पर बेलकुंड नदी में सुबह 4 बजे से बाढ़ है। अभी वर्तमान में लगभग 8 फुट पानी पुल के ऊपर है। एसडीएम ढीमरखेड़ा ने बताया कि बम्होरी, घाना, सुनारखेड़ा, सिलोड़ी, इटोली गांव में बारिश से जल स्तर बढ़ गया है।

■दतला नदी का बढ़ा जलस्तर, टीले में फंसे बालक का एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू

प्रशासनिक अमले की सजगता और सतर्कता की वजह से ढीमरखेड़ा क्षेत्र की दतला नदी के तटीय ग्राम सगमा में बढ़े जलस्तर की वजह से टीले में फंसे करीब 9 वर्षीय बालक गोपाल कोल को एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित और सकुशल निकाल लिया। बालक के रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से लेकर सुरक्षित बाहर निकालनें तक के पूरे घटनाक्रम पर कलेक्टर अवि प्रसाद पल-पल की अपडेट लेते रहे। गोपाल कोल को सुरक्षित निकालने की कार्यवाही एसडीएम ढीमरखेडा विंकी सिंह मारे उईके के नेतृत्व में हुई, जहां एसडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू कर दतला नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि से टीले में घिरे बालक गोपाल को सुरक्षित बचाया गया। एसडीएम ने बताया कि गोपाल अपने खेत में खेती किसानी के लिए ेतु गया था, जहां अतिवृष्टि की वजह से अचानक दतला नदी में आई उफान के कारण सगमा में पानी का जल स्तर बढ़ जाने से गोपाल चारों ओर से पानी से घिरे टीले में फंस गया था। यहां फंसे होने और एक-एक कर निरंतर हो रही बारिश की वजह से गोपाल घबरा भी रहा था। साथ ही परिजन भी बेहद चिंतित थे लेकिन जैसे ही एसडीआरएफ की टीम ने गोपाल का सुरक्षित रेस्क्यू किया वैसे ही गोपाल के पिता और घरवाले सहित पूरी एसडीआरएफ की टीम के चेहरे खिल उठे। गोपाल को रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बालक गोपाल को सुरक्षित और सकुशल निकालकर उनके पिता विष्णु कोल को सौंप दिया गया है। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एसण्डीण्आरण्एफ टीम प्रभारी विकास शर्मा, हवलदार, स्टोरमेन, टीम के सदस्य विवेक विश्वकर्मा, लालाराम डाबी, चेतन राठौर, संजय, देवेन्द्र, धर्मेन्द्र जोशी, लाखन और सेवा निवृत्त सीडीआई राजेन्द्र त्रिपाठी आरक्षक राजेश दुबे की भूामिका रहीं। इस दौरान नायब तहसीलदार दिनेश असाटी, पटवारी अशोक बागरी और थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान भी स्थल पर मौजूद रहकर रेस्क्यू अभियान का निर्देशन करते रहे।
बाढ़ कन्ट्रोल रूम को दें जलभराव और बाढ़ की सूचना
कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील है। आमजन से अपील की गई है कि वे अतिवर्षा की वजह से जलभराव वाले गांवों, स्थानों और बढ़े जलस्तर वाले नदी-नालों और पुल पुलियों की सूचना कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 07622-220071 पर अवश्य दें, ताकि समय पर राहत और बचाव कार्य हेतु टीम को भेजा जा सके। ये कंट्रोल रूम सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घंटे कार्यरत हैं।

■घाना, सुनारखेडा व सिलौंडी में राहत शिविर शुरू

कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश के बाद ढीमरखेड़ा एसडीएम विंकी सिंहमारे उइके ने इस क्षेत्र के निचले इलाकों के करीब आधा दर्जन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखने और उनके भोजन आदि का प्रबंध किया है। एसडीएम ढीमरखेड़ा ने बताया कि बम्होरी, घाना, सुनारखेड़ा सिलोड़ी, इटोली गांव में बारिश से जल स्तर बढ़ गया है। कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर इन गांवों में राहत शिविरों के आयोजन की व्यवस्था की गई है। तेज बारिश से प्रभावित ग्राम घाना में राहत केम्प, भोजन व्यवस्था पंचायत भवन में एवं सुनारखेड़ा में सामुदायिक भवन में राहत केम्प बनाया गया है और जिला प्रशासन द्वारा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी की जा रहीं हैं। वहीं ग्राम पंचायत सिलोड़ी में कस्तूरबा गांधी भवन में लोगों की सम्पूर्ण व्यवस्था करने की जानकारी दी गई है।Screenshot 20240724 164929 WhatsApp Screenshot 20240724 164911 WhatsApp Screenshot 20240724 164920 WhatsApp

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