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Hathras stampede Update: भोले बाबा के सत्संग में अब तक 121 मौतें; सीएम योगी बोले- रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की देखरेख में SIT जांच होगी

Hathras stampede Update: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार (2 जुलाई) को मची भगदड़ में अब तक 121 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इनमें 116 महिलाएं हैं। आपदा आयुक्त ने बुधवार को मौतों की पुष्टि करते हुए बताया कि 28 लोग अभी गंभीर रूप से जख्मी हैं। यह भीषण हादसा सिकंदराराऊ कस्बे में भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार हरि के सत्संग में हुआ। हादसे की जांच को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार एक्शन में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीड़ितों से मिलने के लिए हाथरस पहुंच चुके हैं। इससे पहले उन्होंने कहा कि ये हादसा है या साजिश इसकी पूरी तह तक जाएंगे।

हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुआई में SIT करेगी जांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के जिला अस्पताल में भर्ती घायलों और पीड़ितों का हाल जानने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हाथरस हादसे की जांच के लिए एसआईटी गठित की जा रही है। भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच भी की जाएगी। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की देखरेख में एसआईटी पूरे मामले की जांच की जाएगी। ऐसे आयोजनों के लिए एक SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) तैयार होगी। इस मामले में सेवादारों की लापरवाही सामने आई है। लोग रहते रहे और सेवादार भाग गए। सेवादारों ने लोगों को धक्का दिया। बाद में घटना को छिपाने की कोशिश भी की गई। जब प्रशासन के अफसर वहां पहुंचे तो कोई सेवादार मौके पर नहीं मिला।

भोले बाबा का नाम एफआईआर नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी शिकायत में बाबा का नाम नहीं था। आगे जांच का दायरा बढ़ेगा तो और आरोपियों को इसमें शामिल किया जाएगा।

FIR में मुख्य सेवादार आरोपी, भोले बाबा का नाम नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी पुलिस ने सत्संग के आयोजक और मुख्य सेवादार वेद प्रकाश मधुकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हालांकि, इसमें बाबा का नाम नहीं है। उधर, भोले बाबा के मैनपुरी में छिपे होने की जानकारी सामने आ रही है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर, आरोप है कि आयोजकों ने भगदड़ में मारे गए लोगों के सामान खेतों में छिपाए गए, ताकि हादसे की भयावहता पर पर्दा डाला जा सके। सत्संग के लिए 80 हजार लोगों के शामिल होने की परमिशन दी गई थी, लेकिन यहां पर ढाई लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसे के वक्त घटनास्थल पर 100 से ज्यादा सेवादार मौजूद थे।

 

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार सुबह 11 बजे हाथरस पहुंचे। उन्होंने यहां के जिला अस्पताल में भर्ती घायलों और पीड़ितों का हाल जाना। अधिकारियों के साथ बैठक कर अपडेट लिया।
  • अलीगढ़ में मौजूद यूपी के मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि घटना में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों का इलाज चल रहा है। सीएम घायलों और उनके परिवारों से मिलने के लिए हाथरस जाएंगे। जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कोई छोटी घटना नहीं है।

 

  • सीएम योगी ने कहा- सत्संग के प्रवचनकर्ता जब निकल रहे थे, तब श्रद्धालुओं की भीड़ उन्हें छूने के लिए जा रही थी। इसी दौरान हादसा हुआ। यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी हाथरस में कैंप किए हुए हैं। ये हादसा है या साजिश इसकी पूरी तह तक जाएंगे।
  • हाथरस भगदड़ को लेकर एडवोकेट गौरव द्विवेदी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर कर हादसे की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
  • आरोप है कि आयोजकों ने भगदड़ में मारे गए लोगों के सामान खेतों में छिपाए, ताकि हादसे की भयावहता पर पर्दा डाला जा सके। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और डॉग स्क्वायड टीम खेतों में जांच कर रही है।
  • न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यूपी के आपदा आयुक्त ने हाथरस भगदड़ में 121 मौतों की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि 28 लोग अभी गंभीर रूप से जख्मी हैं।
  • हाथरस भगदड़ के बाद भोले बाबा के मैनपुरी में छिपे होने की आशंका है। डिप्टी एसपी सुनील कुमार ने बताया कि लोग आश्रम (राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट) में आ-जा रहे हैं। किसी को रोका नहीं गया है।

मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख का मुआवजा
यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार की मदद की घोषणा की है। साथ ही कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए थे। हाथरस जिले में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। जिससे 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जबकि, 28 लोग अब भी गंभीर रूप से घायल हैं।

कौन है भोल बाबा? 
भोले बाबा एटा जिले की पटयाली तहसील के बहादुर नगरी गांव का रहने वाला है। 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। उसका असली नाम नारायण साकार हरि है। एक प्रवचन में बताया था कि वह गुप्तचर ब्यूरो में पदस्थ थे। बाबा के ज्यादातर अनुयायी पश्चिम यूपी, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में हैं।

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