10 दिन बीत गए, लेकिन नहीं सुधरी जलापूर्ति व्यवस्था
कई इलाके अब भी जलसंकट की चपेट में

जबलपुर, यश भारत। शहर में जलापूर्ति व्यवस्था बीते 10 दिनों से चरमराई हुई है। रमनगरा जल शोधन संयंत्र की मुख्य राइजिंग लाइन में 26 सितंबर को आई गंभीर खराबी के बाद से स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है। इसके चलते रमनगरा से जल आपूर्ति होने वाले बड़े इलाके, आज भी पीने के पानी के लिए जूझ रहे हैं।
नगरनिगम के दावों की खुली पोल
लाइन में लगातार हो रही टूट-फूट के कारण बार-बार की मरम्मत भी विफल साबित हो रही है। सुधार कार्य के दौरान जैसे ही सप्लाई लाइन को चालू किया जाता है, वह पुनः फट जाती है, जिससे पूरी योजना स्थायी समाधान से दूर दिख रही है।नगर निगम की ओर से दावा किया जा रहा है कि टैंकर और अन्य वैकल्पिक माध्यमों से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन स्थानीय निवासियों का आरोप है कि ना तो टैंकर समय पर पहुंचते हैं, ना ही पर्याप्त जल मिलता है। कई कॉलोनियों में लोगों को दूर-दराज़ से पानी लाना पड़ रहा है।धार्मिक पर्व नवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर भी लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ा। पूजा, व्रत और सामाजिक आयोजनों में जल संकट के कारण कई लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
कई क्षेत्रों में पानी की किल्लत
रमनगरा की जिस मेंन राइजिंग लाइन में फॉल्ट आया है, उससे शहर की कई प्रमुख जल टंकियां भरी जाती हैं, जिनसे हजारों घरों को पानी सप्लाई होता है। इस कारण बड़ा क्षेत्र प्रभावित हो रहा है, जिसमें रामनगर, विजयनगर, अधारताल, सरस्वती नगर, गोरखपुर, रांझी समेत कई इलाके शामिल हैं। स्थानीय पार्षदों और रहवासियों ने नगर निगम प्रशासन से तत्काल प्रभावी और स्थायी समाधान की मांग की है।

लोगों का कहना है कि यदि पाइपलाइन अत्यधिक पुरानी या जर्जर हो गई है, तो पूरी लाइन को बदलना ही एकमात्र विकल्प रह गया है।
बार-बार की अस्थायी मरम्मत से सिर्फ विलंब और संकट ही बढ़ रहा है।अब देखना यह है कि नगर निगम प्रशासन इस गंभीर समस्या का स्थायी हल कितनी शीघ्रता से निकाल पाता है।







