नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में बीती रात भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सात अलग-अलग सीमांत इलाकों से 30 से 40 बांग्लादेशी घुसपैठियों ने भारत में घुसने की कोशिश की। एक मामले में घुसपैठियों की कोशिश को नाकाम करने का प्रयास करते वक्त बांग्लादेशी घुसपैठियों ने बीएसएफ जवान पर कातिलाना हमला भी कर दिया। इन घटनाओं को हाल ही में हुई घुसपैठ की बड़ी घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
अमुदिया चौकी से घुसपैठ की कोशिश
बीएसएफ ने बताया कि घुसपैठ की बड़ा मामला पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से लगती भारत-बांग्लादेश सीमा पर सामने आया। अमुदिया सीमा चौकी के पास 10-15 बांग्लादेशी घुसपैठियों ने बंगाल में घुसने की कोशिश की। यहां नाइट शिफ्ट में तैनात बीएसएफ के जवान ने इन्हें देख लिया। जवान ने तुरंत साथी जवानों को रेडियो सेट पर अलर्ट किया। घुसपैठियों को पकड़ने के लिए बीएसएफ का जवान इनके पीछे भागा। लेकिन तभी आईबी के खेत में छुपे तीन-चार अज्ञात हमलावरों ने जवान को घेरकर उसके उपर हमला करने की कोशिश की।
जवान ने फेंका स्टन ग्रेनेड
जवान ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए एक स्टन ग्रेनेड फेंका। पर इसके बावजूद घुसपैठियों ने जवान के उपर हमला कर दिया। जवान ने फायरिंग की। घुसपैठिए अंधेरे और उंची फसल का फायदा उठाकर भाग गए। इसी तरह से बांग्लादेश की तरफ से नदिया जिले के मलुआपाड़ा, हलदरपाड़ा, बानपुर और मैटियारी में भी घुसपैठ की कोशिश की गई। जबकि मुर्शिदाबाद जिले के चरमराशी और मालदा जिले में सासनी सीमा चौकी के पास भी मवेशी तस्करों ने घुसपैठ की कोशिश की। सभी हथियारों से लेस थे। लेकिन बीएसएफ जवानों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में घुसपैठिए भाग गए।
बीजीबी के साथ फ्लैग मीटिंग
इन घटनाओं के बाद बीएसएफ ने बॉर्डर गार्डस बांग्लादेश (BGB) के साथ फ्लैग मीटिंग की भी। जिसमें बांग्लादेश की तरफ से लगातार भारत में किए जा रहे घुसपैठ के यह प्रयास और जवानों पर हमले के मामले उठाए गए। सूत्रों का कहना है कि असल में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के रास्ते पश्चिम बंगाल में घुसपैठ की इन कोशिशों के पीछे यहां नदी, नालों और कुछ जगह बिना फेंसिंग का फैला सीमा इलाका है। जहां से घुसपैठिए बांग्लादेश से भारत में घुसने की कोशिश करते हैं।