बाबा बागेश्वर से प्रसन्न होकर यह लड़की बन गई रुकमणी, हिंदू रीति रिवाज से रचाई शादी

बिहार की राजधानी पटना से सटे नौबतपुर में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कुछ दिनों पहले ही प्रवचन हुआ था. बाबा बागेश्वर ने हिंदू राष्ट्र बनाने का एलान भी किया था. बाबा बागेश्वर कई बार अपने कार्यक्रम के माध्यम से हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कह चुके हैं. अब उनके इस प्रवचन से मुजफ्फरपुर की नौशीन परवीन ने प्रभावित होकर धर्म बदल लिया और हिंदू लड़के से शादी कर ली है. मामला बिहार के हाजीपुर का है.
रविवार (28 मई) को नौशीन ने गंगा में डुबकी लगाई और शिव मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के साथ आचार्य की देखरेख में रोशन कुमार से उसने शादी कर ली. लड़की मुजफ्फरपुर की रहने वाली है जबकि युवक हाजीपुर के लालगंज थाना क्षेत्र के सहथा गांव के रहने वाले उमाशंकर कुंवर का 24 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार है. नौशीन और रोशन एक-दूसरे को जानते थे. कॉलेज के समय ही जयपुर में दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया था लेकिन अलग-अलग धर्म के कारण परेशानी हो रही थी.
धर्म बदलकर शादी के लिए खुद तैयार हुई लड़की
बताया गया कि नौशीन ने ही अपने प्रेमी रोशन से कहा था कि वह हिंदू धर्म स्वीकार कर उससे शादी करना चाहती है. इतना सुनते ही रोशन भी तैयार हो गया. उसने अपने माता-पिता को यह बात बताई तो घर वाले भी तैयार हो गए. इसके बाद शादी की तैयारी होने लगी. नौशीन ने पहले गंगा में डुबकी लगाई और फिर उसका नाम बदलकर रुक्मिणी रखा गया. इसके बाद शिव मंदिर में रुक्मिणी और रोशन की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ हुई. आचार्य और पंडित ने शादी कराई. मौके पर रोशन के परिवार और आसपास के कई लोग शामिल थे.
लड़की ने कहा कि मुस्लिम से हिंदू धर्म स्वीकार करने की प्रेरणा उसे बाबा बागेश्वर से मिली. उसने किसी के दबाव में ऐसा नहीं किया है. वहीं रोशन ने बताया कि वह चार साल से नौशीन से प्यार करता था. जयपुर में कॉलेज के समय से ही दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया था. अलग-अलग धर्म होने के कारण शादी नहीं कर पा रहे थे. लड़की के कहने के बाद और हिंदू धर्म स्वीकार करने के बाद अब मंदिर में शादी हुई है.
रोशन के पिता ने क्या कहा?
रोशन के पिता उमाकांत कुंवर ने कहा कि इस्लाम धर्म की लड़की से हमारे बेटे ने शादी की है. इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है. लड़का जैसे खुश रहना चाहता है वैसे रहे. लड़की ने हिंदू धर्म को स्वीकार कर लिया है. जैसे मेरी चार बेटियां हैं वैसे ही एक और बेटी की तरह यह भी रहेगी. परिवार में किसी को इस शादी से कोई दिक्कत नहीं है.
शादी कराने वाले पंडित कमलाकांत ने बताया कि विधि-विधान के तहत शादी को संपन्न कराया गया है. लड़का-लड़की दोनों को गंगा के तट पर तपस्या कराई गई और फिर गंगा स्नान कराकर शुद्ध कराने के बाद ही लड़की को हिंदू धर्म स्वीकार कराया गया. विधि विधान के तहत समाज के बीच शादी कराई गई है.