यूक्रेन से जबलपुर लौटी काश्वी-शुभि ने कहा, भारत सरकार के कारण मिल पाई घर लौटने की खुशी
जबलपुर, । भारतीय दूतावास ने रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध होने का अंदेशा पहले ही जता दिया गया था। जिसके बाद मैंने हवाई 28 फरवरी को यात्रा करने के लिए हवाई जहाज की टिकट खरीद ली थी। परंतु रूस ने 24 तारीख को ही हमला कर दिया, जिससे यूक्रेन में अफरा-तफरी मच गई। स्वदेश वापसी की चिंता मुझे सता रही थी। हालांकि इच्छाशक्ति के बल पर मैंने हिम्मत नहीं हारी। ऐसे समय में केंद्र की मोदी सरकार व भारतीय दूतावास ने तत्परता से भारतीय मूल के विद्यार्थियों से संपर्क किया और ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश वापसी की राह आसान की। जिसके चलते मैं भी सकुशल स्वदेश लौट पाई। यूक्रेन में हर दिन हालात बिगड़ रहे हैं। वहां फंसे भारतीय मूल के सहपाठियों की चिंता सता रही है। यह कहना है यूक्रेन से सोमवार को घर पहुंची काश्वी तारे का। 20 वर्षीय काश्वी को अपनी आंखों के सामने देखकर पिता एके तारे, मां मधु व भाई पलाश तारे ने राहत की सांस ली। उनका कहना है कि काश्वी के घर लौटने से पहले उनकी आंखों से नींद उड़ गई थी। टेलीविजन पर यूक्रेन के हालात देखकर वे पल-पल आशंका से जूझ रहे थे।
यूक्रेन से लेकर नई दिल्ली तक साथ रहे अधिकारी
चंदन कालोनी रांझी निवासी काश्वी ने बताया कि यूक्रेन पर हमले के बाद भारतीय दूतावास तथा विश्वविद्यालय के अधिकारी लगातार संपर्क में रहे। युद्ध के कारण हर कोई वहां से निकलना चाह रहा था। यूक्रेन के पड़ोसी देशों के बार्डर पर लोगों की इतनी भीड़ जमा हो गई कि रोमानिया के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचने के लिए 9-10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। पुलिस सुरक्षा के बीच दूतावास के अधिकारी उन्हें एयरपोर्ट तक ले गए। प्रत्येक चेक पाइंट पर अधिकारी मौजूद थे, जिससे किसी तरह की असुविधा नहीं हुई। पैदल यात्रा के दौरान स्थानीय नागरिकाें ने जगह-जगह फल व जूस की व्यवस्था की थी। ताकि किसी भी विदेशी नागरिक को असुविधा का सामना न करना पड़े। 26 फरवरी को एयर इंडिया का विमान रोमानिया से रवाना हुआ। सात घंटे के सफर के बाद 27 फरवरी को सुबह चार बजे विमान नई दिल्ली पहुंचा जहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छात्रों का स्वागत किया।
शुभि गुप्ता भी दिल्ली से जबलपुर पहुंची
यूक्रेन युद्व में फंसी जबलपुर की छात्राएं आज सकुशल लौट आईए कल जहां चंदन कालोनी रांझी निवासी काश्वी की घर वापिसी हुई वही आज सुबह शांति नगर निवासी शुभि गुप्ता भी दिल्ली से जबलपुर पहुंची जिनका भारतीय जनता पार्टी के पूर्व एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल सहित नेताओं ने शुभि की आगवानी की इस मौके पर शुभि ने वतन वापिसी पर अपनी खुशी जताई साथ ही शुभि को अपने उन सहपाठियों की चिंता सता रही है जो अब भी युद्व की विभिषिका के बीच फंसे हुए है वही शुभि आज जब दिल्ली से सम्पर्क क्रांति से वापिस लौटी तो शहरवासियों ने फूल मालाओं से शुभि का स्वागत किया। इस मौके पर शुभि के परिवार के लोग भी मौजूद थे जिन्होने अपनी बेटी की घर वापिसी की खबर पाकर राहत की सांस ली। स्टेशन पर मौजूद परिवार वालों ने भी अपनी बिटियां की सकुशल वापिसी पर भारत सरकार का आभार जताया गौरतलब है कि जबलपुर की ये छात्राएं यूक्रेन में एमबीबएस की डिग्री हासिल करने गई थी और रूस के हमले के चलते अन्य भारतीय छात्रों की तरह ये भी फंस गयी थी। जिसके बाद इन छात्राओं के परिवारजनों ने सांसद राकेश सिंह से बच्चियों की सकुशल वापिसी की गुहार लगाई थी