मानवता की मिसाल बने कलेक्टर संदीप जीआर ने कुर्सी छोड़ स्वयं पहुँचकर सुनी दिव्यांगजनों की पुकार

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित की जाने वाली जनसुनवाई के दौरान मानवता का ऐसा वाकया सामने आया जब कलेक्टर संदीप जी. आर. अपनी कुर्सी छोड़कर मजबूर, मजलूम और असहाय दिव्यांग व्यक्तियों की समस्याएं सुनने के लिए खुद ही उन के पास पहुंच गए।
एवं उनके निराकरण के संबंध में तत्काल कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया
मध्यप्रदेश शासन के निर्देश पर प्रत्येक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई का आयोजन कर आम जनता की शिकायतों और समस्याओं का निराकरण किया जाता है। यश भारत के संभागीय ब्यूरो को मिली जानकारी के अनुसार आज जैसे ही कलेक्टर संदीप जी. आर. जनसुनवाई में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ दिव्यांग व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आए हुए हैं। इसे देखते हुए वे तत्काल अपनी कुर्सी छोड़ते हुए दिव्यांग व्यक्तियों के पास पहुंचे और उनकी समस्याओं की जानकारी ली।
दिव्यांग व्यक्तियों ने कलेक्टर संदीप जीआर को बताया कि उन्हें चलने में बहुत समस्या होती है। उनकी समस्या को देखकर उन्हें किसी ने बताया था कि वे मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में होने वाली जनसुवाई में चले जाएं तो उनकी इस समस्या का समाधान हो जायेगा। दिव्यांगों की इस जरूरत की गंभीरता को समझते हुए कलेक्टर श्री संदीप जी. आर. ने सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी को तत्काल ही निर्देशित करते हुए कहा कि उक्त प्रकरण में तत्काल आवश्यक कार्रवाही कर दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर उपलब्ध करायें। कलेक्टर संदीप जी आर की इस संवेदना और मानवीयतापूर्ण व्यवहार को देखकर उपस्थित सामान्य जन सराहना करते देखे गए।